शिव-पार्वती के असीम प्रेम का अमर प्रतीक ‘गणगौर’

न्यूज नजर : प्रकृति बसन्त ऋतु का श्रृंगार कर पूर्ण यौवना दुल्हन की तरह सज जाती है और पुरूष रूपी उत्तरायण का सूर्य प्रचंड होकर अपनी ऊर्जा के विशाल पुंज को प्रकृति पर फैला देता है। प्रकृति ओर पुरूष का यह मिलन ऐसा लगता है कि गौरी और शंकर का मिलन सजे धजे ईसर व … Continue reading शिव-पार्वती के असीम प्रेम का अमर प्रतीक ‘गणगौर’