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संत शिरोमणि नामदेव महाराज के 750 वीं जयंती वर्ष पर दो दिवसीय सम्मेलन संपन्न

न्यूज नजर डॉट कॉम
रायपुर। छतीसगढ़ के नामदेव बन्धुओं के प्रयास एवं 6 माह की व्यापक कार्य योजना के उपरांत दिनांक 29 फरवरी एवं 1 मार्च को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय विराट महासम्मेलन निर्विघ्न संपन्न हुआ l इस सम्मेलन में पूरे राष्ट्र के सभी खापों घटकों के लगभग 10000 लोगों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित की, इस सम्मेलन  आयोजन समिति ने सामाजिक पर्यटन का नाम दिया था जो कि सम्मेलन में उपस्थित समाज बंधुओं ने सही सिद्ध किया।
नामदेव समाज विकास परिषद छत्तीसगढ़ के प्रदेश महामंत्री धर्मेश नामदेव ने बताया कि आयोजन समिति का अपना कोई व्यक्तिगत एजेंडा नहीं था। समिति का एक ही उद्देश्य था सबसे पहले देश के सभी घटक और खापों और उन खापोंके समाज बंधु यहां रायपुर पधारे आपस में परिवार की तरह से रहें और फिर विचार विमर्श करके समाज के लिए क्या बेहतर किया जा सकता है कैसे इस बिखरे बिखरे  समाज को एकता के सूत्र में बांधकर सर्वश्रेष्ठ जनसांख्यिकी आंकड़ा राज्यों को तथा देश की सरकार को उपलब्ध कराएं जिससे कि उसी अनुपात में समाज को राजनीतिक प्रशासनिक लाभ मिल सके, लोगों के मन में उत्साह है इतना ज्यादा था कि सम्मेलन के 1 दिन पूर्व भी 28 तारीख को देश भर से लगभग 200 समाजसेवी 1 दिन पूर्व भी रायपुर पधार गए उनमें से कुछ लोग सम्मेलन में अपनी भागीदारी सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए आए इन समाज बंधुओं की व्यवस्था श्री सुरेश कुमार नामदेव श्री राजेश कुमार नामदेव श्री धर्मेश नामदेव श्री मोहनलाल नामदेव श्री जितेंद्र सोलंकी इत्यादि ने अपने-अपने स्तर पर की तथा उनके भोजन एवं रुकने का प्रबंध किया।
29 फरवरी दिन शनिवार स्थान श्री शिव नामदेव विट्ठल मंदिर से आयोजन स्थल तक भव्य कलश यात्रा निकाली गई जिसमें संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज जी के भजन कीर्तन एवं ढोल नगाड़ों को बजाते हुए यात्रा 10:30 बजे आयोजन स्थल श्री राम स्वरूप निरंजन लाल धर्मशाला तक पहुंची है कलश यात्रा का नेतृत्व डाॅ. श्रीमती राजश्री नामदेव एवं श्रीमती संध्या नामदेव, श्रीमती सुषमा शंकरलाल नामदेव ने संयुक्त रूप से किया जिसमें शोभा वर्मा, श्रीमती प्रेम नामदेव श्रीमती राखी नामदेव, दुर्गा वर्मा, संध्या नामदेव, काजल जाउलकर, अनीशा खापरे, नीलम नामदेव, कोमल वर्मा, मेघा वर्मा, आयुषी नामदेव, प्रीति नामदेव सोनाली गीता वर्मा, सुनीता नामदेव विनीता वर्मा, भारती वर्मा, गायत्री वर्मा के साथ समाज की बालिकाओं ने इस कलश यात्रा में अपनी भागीदारी की कलश यात्रा का आयोजन स्थल पर  श्री नारायण प्रसाद नामदेव, धर्मेश नामदेव, योगाचार्य श्री के एल नामदेव के साथ उपस्थित समाज बंधुओं  सभी बच्चियों के चरण स्पर्श कर कलश पर दक्षिना अर्पित कर स्वागत किया l
इसके पश्चात संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज की श्रृंगार एवं आरती की गई इस हेतु मंच के बगल में आकर्षक सजावट के साथ एक अस्थाई मंदिर बनाकर संत शिरोमणि नामदेव जी संग विट्ठल रुक्मणी जी का तेल चित्र एवं संत नामदेव जी की लघु प्रतिमा स्थापित की गई थी,
11:00 बजे से ज्ञानी श्री देवेंद्र सिंह रिशम एवं उनकी उनके साथ पधारे रागीयों ने श्री श्री गुरु ग्रंथ साहिब  में संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज के अभंगो का  पाठ किया जिससे उपस्थित समाज बंधुओं ने पूरे श्रद्धाएवं भक्ति के साथ से इस पूरे कीर्तन का रसपान किया 1 घंटे के गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ के उपरांत ज्ञानी एवं रागीयों का  शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया एवं उन्हें विदाई दी गईl
12:00 बजे से पूरे राष्ट्र से पधारे वरिष्ठ समाजसेवीयों  को सादर मंच पर आमंत्रित किया।  श्री मंच पर उपस्थित मुख्य अतिथि श्री मोहनलाल जी छीपा, श्रीमती ममता टेलर, श्री राजेंद्र टेलर वैज्ञानिक श्री रवि कुमार वर्मा, श्री विजय नामदेव, श्री संजीव महापात्र, इंजीनियर श्री गौरीशंकर नामदेव, श्री श्याम किशोर नामदेव, श्री अरुण नामदेव, श्री मुन्नीलाल नामदेव, श्री जगदीश नामदेव, श्री युवराज सुतोने, श्री संतोष मंडवाल, श्री राजेंद्र वर्मा श्री नंदकिशोर नामदेव नंदू, श्री पीके नामदेव, श्री कमल वर्मा नामदेव, श्री राहुल नामदेव, श्री शारदा वर्मा, श्री अशोक नामदेव, बृजेश नामदेव, श्री सुदर्शन नामदेव, कैलाश नामदेव, श्री चंद्रकांत नामदेव एवं श्री नामदेव समाज विकास परिषद छत्तीसगढ़ के संरक्षक मंडल के सदस्य डाॅ. भरत नामदेव, श्री गोविंद नामदेव, श्री गिरीश वर्मा, श्री एस एस नामदेव आदि का स्वागत  कार्यक्रम के आयोजक श्री नारायण प्रसाद नामदेव कार्यक्रम के संरक्षक एवं मार्गदर्शक योगआचार्य श्री के एल नामदेव कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं प्रांत अध्यक्ष श्री राजेश नामदेव कार्यक्रम के संयोजक श्री धर्मेश नामदेव महिला समिति की अध्यक्षा श्रीमती सुषमा नामदेव, युवा समिति से श्री राजेंद्र नामदेव, श्री चेतन नामदेव, श्री संजू वर्मा, श्री संतोष वर्मा, मुकेश नामदेव अनिल बरौलिया, श्रीमती संध्या नामदेव, श्री पीसी नामदेव, श्री ऋषिन्द्र नामदेव, श्री सुरेश कुमार नामदेव, श्री अविनाश नामदेव ने किया तत्पश्चात गणमान्य परिजनों का सारगर्भित संक्षिप्त उद्बोधन हुआ।
मंच संचालन संयुक्त रूप से ऑल इंडिया रेडियो की उद्घोशिका डाॅ जया सिंह, डाॅ. राजश्री नामदेव  एवं श्री धर्मेश नामदेव किया।
 गणमान्य परिजनों के आदर सत्कार के तत्काल बाद 1:00 बजे से 2:30 बजे तक युवक युवती परिचय प्रारंभ कर दिया गया 2:30 बजे से भोजन अवकाश के बाद 3:00 बजे से कार्यक्रम का उन्हें शुभारंभ किया गया, जिसमें रायपुर लोकसभा के सांसद श्री सुनील सोनी जी, पूर्व विधायक एवं छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े मठ दूधाधारी मठ के महंत राज श्री राम सुंदर दास जी ने मंच पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई आयोजन समिति ने आप अतिथियों का भावभीना स्वागत किया मंच से श्री सुनील सोनी जी ने समाज के भवन के लिए ₹500000 देने की घोषणा की श्री महंत जी ने  डाॅ. राजश्री नामदेव के आग्रह पर शहर में नामदेव मंदिर हेतु भूमि देने का प्रयास की बात कही, अतिथियों के गरिमा में उद्बोधन के बाद शाल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह देकर विदा किया गया, तदुपरांत युवती परिचय सम्मेलन पुनः प्रारंभ कर दिया गया जो कि शाम 5:00 बजे तक निर्बाध रूप से चलता रहा।
संध्या 7:00 बजे से डॉ राजश्री नामदेव के कुशल संचालन में मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम रखा गया जिसमें नृत्य नाटिका प्रहसन, गीत, सोलो डांस इत्यादि की आकर्षक एवं गरिमा में प्रस्तुतियां दी गई कार्यक्रम के दौरान खचाखच दर्शक दीर्घा ने करतल ध्वनि से सभी कलाकारों का उत्साहवर्धन किया है कार्यक्रम रात 10:00 बजे तक चलता रहा ।

गोष्ठी के मुद्दे

इस बीच दूसरे हाल में एक गोष्ठी का आयोजन श्री मोहनलाल जी छिपा एवं योगाचार्य श्री के. एल. नामदेव जी के नेतृत्व में किया गया इस गोष्ठी के तीन मुख्य बिंदु थे
1. अंतरजातीय विवाह पर रोक
 2. व्यापक पहचान हेतु अपने प्रचलित नाम के आगे या पीछे एक सर्वमान्य उपनाम
3. सभी खाप घटक मिलकर संगठन की शक्ति का विस्तार कर एवं उसका प्रदर्शन,
 गोष्ठी में उपस्थित विद्वान जनों का कहना था कि हमारे समाज के बच्चे एवं बच्चों बच्चियां अन्य समाजों में विवाह कर रहे हैं जिसके कारण बहुत सारी विसंगतियां पैदा हो रही हैं इस समस्या का सबसे बड़ा कारण हमारे समाज के बीच परस्पर संवाद की कमी है इस कमी को दूर कर हमारे स्व जातियों खापों घटकों में परिचय का दायरा बढ़ाया जाना चाहिए तथा जो संबंध अभी तक नहीं हो रहे हैं उन संबंधों के विषय में सोचना चाहिए उन संबंधों को स्थापित किया जाना चाहिए अगर हम ऐसा कर सके तो इस  अंतरजातीय  विवाह से हम बच सकते हैं इस विचार को सभी लोगों ने अपनी अपनी सहमति प्रदान की।
देखने में आता है कि हमारे समाज की संख्या कुल जनसंख्या का लगभग 5% है किंतु जातीय एकरूपता ना होने के कारण हमारा संख्या बल दिखता नहीं है जिसके कारण राजनीति एवं प्रशासन में हमारी कोई पकड़ नहीं है कोई हमारी ज्यादा बड़ी भूमिका नहीं है हमारी संख्या नगण्य है,
और इसका एक सबसे बड़ा कारण है कि हम अभी तक यह तय नहीं कर पाए हैं कि हम किस नाम से पहचाने जाएं हमारे सरनेम में  एकरूपता नहीं है, हमारी जातीय पहचान एक नहीं है  इस हेतु हमें  अपनी जातीय पहचान किसी एक सरनेम के साथ सुनिश्चित करना ही होगा  इस हेतु सभी घटकों खापों के जिसमें टाक, रोहिल्ला, दर्जी, छीपा, छिपी, भावसार, पीपा बंसी, दामोदर वंशी के गोष्ठी में उपस्थित सदस्यों के बीच किसी भी एक नाम पर सहमति नहीं बन पा रही थी
 इस स्थिति में समाज के विद्वान एवं  छीपा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री मोहनलाल छीपा ने एक प्रस्ताव दिया कि क्यों ना हम विट्ठल को सभी घटक और खाप अपने नाम के आगे या पीछे लगाएं क्योंकि विट्ठल भगवान विष्णु कृष्ण राम जगन्नाथ श्रीनाथ के अवतार हैं और हम सभी उनकी पूजा करते हैं तो इसका विरोध कोई नहीं करेगा तथा भगवान का नाम अपने नाम के साथ लगाने से हमें आध्यात्मिक अनुभूति भी प्राप्त होगी यह उपनाम हम तब तक लगाएं  जब तक कि सर्वसम्मति से एक उपनाम पर सहमति ना बन जाए,   इस प्रस्ताव को सभी ने सर्वसम्मति से समर्थन दिया और इस प्रस्ताव पर गोष्ठी में उपस्थित सभी खापों घटकों के उपस्थित प्रतिनिधियों ने अपनी अपनी स्वीकृति प्रदान की l
3.   चूंकि लोकतंत्र में मुंडिया गिनी जाती हैं और हमारा समाज इसमें असफल रहता है सभी वक्ताओं ने सर्वसम्मति से कहा कि सभी खापों एवं घटकों को व्यापक एकता के सूत्र में बांधकर यह अपने संगठन के माध्यम से व्यापक पहचान स्थापित करनी चाहिए तथा उस एकता का प्रदर्शन भी करना चाहिए जिससे कि अनुपात के आधार पर हमें भी देश की संवैधानिक व्यवस्थाओं में अधिकार मिले ।
इस गोष्ठी में उपस्थित सदस्य श्री मुकेश सोलंकी जी ने एक प्रस्ताव दिया संत शिरोमणि श्री नामदेव जी की 750 भी जयंती क्यों ना हम दिल्ली में मनाए और एक विराट प्रदर्शन करें संख्या बल दिखाकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई जाए इस प्रस्ताव पर सभी सदस्यों ने अपनी अपनी सहमति जताई एवं श्री सुनील माहेश्वरी एवं मुकेश सोलंकी पटना से पधारे श्री राम बाबू जी को अतिशीघ्र निवेदन किया कि वह दिल्ली में कोई एक मैदान समाज को उपलब्ध कराएं जिससे कि संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज की जयंती पर वहां एक आयोजन कराया जा सके।
 इस गोष्ठी में देश के अग्रगण्य निम्न समाज सेवी उपस्थित रहे श्री मोहनलाल जी छीपा, श्री योगाचार्य के एल नामदेव श्रीनारायण प्रसाद नामदेव, श्री पी के नामदेव, श्री शारदा वर्मा, श्री राम कुमार नामदेव, श्री राजकुमार नामदेव बड़वाह, श्री नंदकिशोर नामदेव, श्री अरुण नामदेव, श्री विजय बिरादरी, श्री युवराज सुतोने, श्री कमल वर्मा नामदेव, श्री संजय गंगवाल, श्री बालचंद नामदेव, श्री राजेंद्र टेलर, श्री मुन्नीलाल नामदेव, श्री अशोक नामदेव, श्री विनोद कुमार नामदेव सहारनपुर, श्री संतोष मंडवाल, श्री आर के वर्मा, श्री रमेश सूर्यवंशी, श्री जगदीश प्रसाद तोनगढ़िया, श्री हितेश चौहान, श्री सुनील माहेश्वरी श्री मुकेश सोलंकी, श्री राम बाबू पटना, श्री जितेंद्र राठौर गुजरात, संजीव महापात्र उड़ीसा, घनश्याम नामदेव अनुराग नामदेव चंद्रकांत जी सूरत गुजरात, रत्नाकर ईसई गुजरात, किशोर मुरलीधर गुजरात, सुशील रोहिल्ला  श्री  अतर सिंह जी ग्वालियर, श्री चंद्रकांत जी सूरत गुजरात  श्री जी एस चंद्रा, श्री गौरी शंकर पवार, श्री रोहित डाबी गुजरात, श्री शिवकुमार का काकुस्थ, श्री हितेश परमार, श्री महेंद्र मणि श्री मधुकर दशरथ बिचूककर, श्री प्रमोद जेठवा श्री अंकित भावसार श्री विमल कुमार हरियाणा श्री दीपक पिंजरकर वर्धा, श्री अटल बिहारी नामदेव छत्तीसगढ़, श्री सुनील नामदेव बेमेतरा श्री बसंत नामदेव बलोदा बाजार lउपस्थिति सभी गणमान्य अतिथियों के श्री हस्ते आयोजक एवं जिलाध्यक्ष श्री नारायण नामदेव परिवार के सौजन्य से एक बहुत ही आकर्षक कैलेंडर संत शिरोमणि नामदेव जी माता रुक्मणी भगवान विट्ठल का बड़े साइज का एक कैलेंडर बनवाया गया था जिसका विमोचन सभी अतिथियों ने अपने कर कमलों द्वारा किया  तत्पश्चात  कैलेंडर को समारोह में उपस्थित सभी सजातीय परिजनों को दिया गया
इस तरह से रात्रि 11:00 29 फरवरी के कार्यक्रम का भोजन और गोष्टी के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।

द्वितीय दिवस

दिनांक 1 मार्च 2020 स्थान निरंजन लाल धर्मशाला वीआईपी रोड रायपुर सुबह के नाश्ते के उपरांत प्रातः 10:00 बजे से दूसरे दिवस के कार्यक्रम का शुभारंभ संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज की आरती से किया गया तत्पश्चात दूसरे दिवस में पधारे स्वजातीये परिजनों का अभिनंदन किया गया उपस्थित सजातीय परिजनों में श्री संजय गंगवाल, श्री अनिल कुमार दमोह, श्री सचिन सुतोने, श्री प्रवीण सुतौने, श्रीमती पुष्पा युवराज सुतोने, श्री रमेश गंगाधर सातपुते, श्री राम कुमार नामदेव, श्री के के नामदेव, श्रीमती तुलसा देवी नामदेव, श्रीमति शशिबाला नामदेव, श्रीमति छाया नामदेव, श्री जगदीश नामदेव, श्री सत्यनारायण जी जोशी, श्री मनमोहन सिंह, सुमित्रा नामदेव, चौधरी मंगल सिंह जी, दिनेश नामदेव, विनोद नामदेव, श्री प्रमोद वर्मा, जयंता परिया, श्रीमती गीता सूर्यवंशी, श्री पवन कुमार नामदेव, श्री दशरथ सिंह, श्री शैलेंद्र सूर्यवंशी, श्री रवि सिंह, श्री जगदीश प्रसाद तोंगड़ियां, श्री राजकमल कारवान, श्री हितेश चौहान, श्री पुरुषोत्तम नामदेव, श्री सुरेंद्र राठौर, जितेंद्र राठौर, श्री जगदीश प्रसाद नामदेव,श्री नरेश कुमार, श्री अशोक वर्मा, श्री संतोष श्रीवास्तव, श्रीमती संगीता श्रीवास्तव, श्री अशोक सिंह रायगढ़, श्री पुष्पेंद्र, श्रीमती गीता देवी दर्जी, उपेंद्र कुमार, श्री सत्य नारायण छिपा, श्री चंद्रकांत नामदेव बिना, श्री राजेंद्र दर्जी, श्रीमती मंजू दर्जी, श्री अभिषेक दरजी, श्री मनीष नामदेव, श्री अभिजीत कुमार, श्री विशाल रोहिल्ला, श्री शिवशंकर नामदेव सरगुजा, श्री राजेश नामदेव शहडोल  श्रीमती मिथिलेश नामदेव, श्री सुरेश कुमार नामदेव सहारनपुर श्री सुरेश पाल नामदेव सहारनपुर, श्री देवीदास  ढगे, श्री सुदेश नामदेव बुआ बिछिया मंडला, श्री प्रदीप नामदेव कटनी, श्री घनश्याम नामदेव बुआ बिछिया, श्री विनोद कुमार मकवाना, श्री मेहुल सर्विया, श्री चंद्रकांत नामदेव संगठन प्रमुख दक्षिण गुजरात, श्री रत्नाकर पवार किशोर मुरलीधर, श्री चंद्रशेखर नामदेव श्री कुंदन नामदेव, श्री भरत जी, श्री कुलदीप वर्मा, अमित नामदेव, आकाश नामदेव, श्री सत्यदेव नामदेव, श्री सुरेश कुमार नामदेव सतना, श्री संजय रोहिल्ला, श्री अखिलेश नामदेव, श्री गणेश नामदेव, श्री मुकेश नामदेव, श्री आनंद नामदेव, नागपुर, संतोष वर्मा राजा खरियार, अमित चंद नामदेव मध्य प्रदेश, श्री आशीष नामदेव, छोटे लाल नामदेव, श्री कुलदीप नामदेव श्री पंकज कुमार नामदेव, अनंत नामदेव, श्री दुर्गा नामदेव राजनांदगांव, श्री मनोज नामदेव Bemetara, श्री राहुल नामदेव, श्रीमती विजयलक्ष्मी नामदेव, श्री नीलम नामदेव श्रीमती संगीता अपूर्वा, मोहन लाल नामदेव, हरि नामदेव, शुभम नामदेव चंद्रिका नामदेव, जितेन नामदेव श्री गौरी शंकर पवार ग्वालियर, चंद्रकांत नामदेव जबलपुर, श्रीमती कीर्ति नामदेव जबलपुर, श्री दीपक श्रीवास्तव बिलासपुर, श्रीमती बीना श्रीवास्तव बिलासपुर, श्रीमती लक्ष्मी श्रीवास्तव, बिलासपुर, श्री श्याम बिहारी रोहिल्ला बाराबंकी उत्तर प्रदेश, श्री नवीन नामदेव पेंड्रा, श्रीमती नीता नामदेव, योगेश नामदेव कुमारी राधिका नामदेव, श्री राजेश नामदेव नामदेव, श्री राकेश नामदेव बलौदाबाजार, श्री बसंत नामदेव, किरण श्रीवास्तव बलोदा बाजार, श्री संजय नामदेव, श्री मनोज नामदेव दुर्ग, श्री हरिप्रसाद नामदेव बलौदा बाजार, श्री सूरज नामदेव, कीर्ति नामदेव  वारासिवनी बालाघाट, श्रीमती अनुराधा नामदेव, श्रीमती पुष्पा नामदेव, श्री जी एल नामदेव कोरबा, श्री अरविंदो  छीपा राजस्थान, श्री अशोक नामदेव राजस्थान जोधपुर, श्रीमति भारती मकवाना, श्री रोहित सर्विया, श्रीमती शोभा सरवैया, नीलम सरवैया, श्री किशोर कुमार नामदेव लखनऊ, श्री सत्यवीर वर्मा लखनऊ, श्रीमती राधा लखनऊ, श्री पुरुषोत्तम नामदेव बांदा, श्री एस के श्रीवास्तव, श्रीमती मीरा श्रीवास्तव, श्री अंकुर नामदेव पेंड्रा रोड, श्री मोहन भाई चावड़ा दुर्ग, श्रीमती चंद्रिका चावड़ा दुर्ग, श्री अशोक भाई चावड़ा दुर्ग, श्री द्वारिका प्रसाद वर्मा श्रीमती विद्या नामदेव झांसी उत्तर प्रदेश, रोहित डावी राजकोट गुजरात, संदीप  नामदेव नरसिंहपुर, मयंक नामदेव, पुरुषोत्तम नामदेव, श्रीमती लक्ष्मी नामदेव, श्री राहुल नामदेव अंबिकापुर, श्री शिवम नामदेव डिंडोरी, श्री दिनेश नामदेव, यशवंत नामदेव, श्री प्रशांत नामदेव करेली, श्री नारायण, नरेंद्र वर्मा  कांटाभांजी उड़ीसा, रोहित जेठवा खामगांव महाराष्ट्र, राजेंद्र भाई जेठवा खामगांव महाराष्ट्र, श्रीमति अलका बहन राठौरगुजराती दर्जी, बाबू राठौड़, श्री नारायण नामदेव टिकरापारा रायपुर, श्रीमती प्रीति नामदेव श्रीमती विभा नामदेव, श्री राजू श्रीवास्तव श्री भोला श्रीवास्तव, श्रीमती स्वाति श्रीवास्तव, श्री उमाशंकर श्रीवास्तव,  हरिशंकर श्रीवास्तव, श्रीमती पुष्पा श्रीवास्तव, श्री गोविंद नामदेव, श्री नरेंद्र सिंह पवार, श्री नारायण दास वर्मा, विराज सिंह नामदेव, श्रीमती रेखा वर्मा, श्री सूरज सिंह नामदेव, गौरव वर्मा, श्रीमती उषा वर्मा, ईश्वर दयाल नामदेव, अशोक कुमार नामदेव, जतिन दर्जी, मनीष नामदेव श्रीमती निशा नामदेव, श्रीमती कृष्णा नामदेव, श्री जेपी नामदेव, श्री डीपी नामदेव श्रीमती रंजना नामदेव श्री शिवकुमार, श्री भगवती नामदेव, श्री राम शंकर नामदेव, मनोज कुमार नामदेव, श्री गणेश कुमार नामदेव, श्री संजय नामदेव, श्रीमती सुषमा नामदेव सुंदर नगर रायपुर, नम्रता वर्मा, अशोक वर्मा कविता मोयल, श्रीमती नैना सर्वा, कुमार  संभव नामदेव, श्री गोपाल कृष्ण, श्री संदीप नामदेव गाडरवारा, श्रीमती साधना ठाकुर रायपुर, लक्ष्मीनारायण ठाकुर पिपरिया राजस्थान, ए के शांडिल्य बालाघाट, संतोष नामदेव विशाल नामदेव, श्री कृष्णा नामदेव, श्री अशोक नामदेव, बिहारी नामदेव, चंद्र किशोर नामदेव, दिनेश नामदेव, श्री अजय कुमार नामदेव भोपाल, श्री हरिदास जी,श्याम किशोर नामदेव बंडा, श्री एनके वर्मा रायगढ़, श्री ओपी वर्मा भिलाई, श्री के डी. नामदेव, श्री हरीश चंद्र जी वर्मा, इंजीनियर दीपक नामदेव झांसी, श्री राजेश नामदेव कवर्धा, श्रीमती ममता नामदेव नागपुर, श्रीमती निधि सिलारपुरिया नागपुर, श्री राजेश सिलारपुरिया  नागपुर, श्री संजय श्रीवास्तव दिल्ली श्रीमती सरिता नामदेव राजनंदगांव श्रीमती संगीता भारद्वाज बालाघाट श्री उमेश सिंह ठाकुर बिलासपुर श्री राहुल नामदेव कवर्धा श्री राजेंद्र नामदेव पिपरिया कवर्धा श्री सुशील रोहिल्ला सूरजपुर श्री लोकेश कुमार नामदेव रायपुर श्री शीतल कुमार नामदेव श्री शरद नामदेव सिवनी मध्य प्रदेश श्री सचिन सचिन राय रायपुर नागपुर महाराष्ट्र श्री अनिल कुमार सक्सेना दिल्ली श्री वीरेंद्र ठाकुर रायपुर श्री हरिदास जी नामदेव बंडा श्री राजदीप नामदेव भिलाई श्री अमृत नामदेव भारत नामदेव राजनंदगांव श्री राकेश नामदेव शिवनी रीना श्री नवीन नामदेव लालबर्रा श्री पंकज नामदेव पेंड्रा रोड शहडोल श्री धीरेंद्र कुमार विट्ठलदास गोहिल, श्री बृज कुमार चौधरी श्री अमित नामदेव तिल्दा नेवरा, श्री संजय मोबाइल,  भगवती नामदेव पचमढ़ी रोड पिपरिया होशंगाबाद श्री शिवकुमार काकूस्थ  आदि के साथ तकरीबन 1000 लोगों का जो कि देश के 50 शहरों और 12 प्रांतों से पधारे थे का अभिनंदन स्वागत आयोजन समिति के समस्त सदस्यों ने मंच पर किया l

युवक युवती परिचय सम्मेलन

 इसके उपरांत दूसरे दिन के प्रतिभागी युवक युवती परिचय सम्मेलन के सिलसिले को प्रारंभ किया गया जिसमें द्वितीय दिवस में पधारे लगभग 100 बच्चे और बच्चों ने मंच पर जाकर अपना परिचय दिया। हमारे दूसरे दिन के मुख्य अतिथि श्री गोविंद नामदेव राष्ट्रपति के प्रवास के कारण 3 घंटे विलंब से पहुंचे  मंच पर श्री गोविंद नामदेव एवं श्रीमती सुधा नामदेव जी का स्वागत आयोजन समिति के अध्यक्ष श्री राजेश नामदेव चमत्कारी नामदेव श्रीमती सुषमा नाम तो उसकी धर्मेश नामदेव योग आचार्य श्री के एल नामदेव श्रीमती श्रद्धा नामदेव श्री आशीष नामदेव आयोजक श्री नारायण प्रसाद नामदेव के साथ संयोजक मंडल के सदस्य श्री नंदकिशोर नामदेव श्री मणि नामदेव श्री आकाश बैद श्री राम कुमार नामदेव श्री संजय गंगवाल श्रीमती सुमन ताई ब्राम्हण कर के सात आयोजन समिति के युवा श्री चेतन नामदेव श्री राजन नामदेव श्री मनोज नामदेव श्री नवनीत पटेरिया नामदेव श्री मनीष नामदेव श्री विपिन नामदेव श्री नितिन नामदेव श्रीमती संध्या नामदेव श्रीमती उषा धनीराम वर्मा श्रीमती स्वाति नामदेव के साथ लगभग उपस्थित देश के 100 अन्य समाज बंधुओं ने उनका भव्य स्वागत किया श्री गोविंद नामदेव जी का प्रेरक संक्षिप्त उद्बोधन हुआ उसके पश्चात छत्तीसगढ़ के विशेष उपलब्धि प्राप्त बच्चों का श्री गोविंद नामदेव जी के श्री हस्ते सम्मान कराया गया शिक्षा के क्षेत्र में भी नितिन नामदेव पत्रकारिता के क्षेत्र में अदिति नामदेव शिक्षा के क्षेत्र में श्री आशीष नामदेव कथक नृत्य के क्षेत्र में विशेष उपलब्धि प्राप्त सुश्री प्रिंसी नामदेव का अभिनंदन श्री गोविंद नामदेव जी ने अपने हाथों से किया संत शिरोमणि नामदेव जी की लघु प्रतिमा शाल श्रीफल देकर सभी होनहार समाज के बच्चों का अभिनंदन किया इसी के साथ विशेष रूप से आयोजन समिति के कार्य को करने वाले युवा राजेन्द्र नामदेव, श्री मनोज नामदेव का अभिनंदन भी श्री गोविंद नामदेव जी ने किया श्री गोविंद नामदेव जी के साथ मंच पर आसीन चार बार के मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल जी एवं पूर्व महापौर एवं वर्तमान में   नगर निगम रायपुर के सभापति श्री प्रमोद दुबे उपस्थित थे, श्री बृजमोहन अग्रवाल जी ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि पिछले सम्मेलन में भी मैं आया था उस से 10 गुना ज्यादा भीड़ अभी सम्मेलन दिख रही है आप लोग इसी तरीके से अपनी एकता का प्रदर्शन करते रहे वह दिन दूर नहीं होगा जब सरकार आपके पास चलकर आएगी और कहेगी कि आपको क्या चाहिए, श्री प्रमोद दुबे जी ने अपने पिछले कार्यकाल में संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज के नाम से  एक मार्ग का नामकरण किया था उस मार्ग पर अतिशीघ्र  नाम पट्टिका लगाकर गजट नोटिफिकेशन करवाएंगे,  माननीय विधायक श्री बृजमोहन अग्रवाल जी एवं सभापति श्री प्रमोद दुबे जी को शाल श्रीफल एवं संत शिरोमणि नामदेव जी की लघु प्रतिमा देकर उन्हें भावभीनी विदाई दी गईl
शाम 5:00 बजे समारोह के अंतिम सत्र में कार्यक्रम अध्यक्ष श्री राजेश नामदेव आयोजक श्री नारायण प्रसाद नामदेव आयोजन के मार्गदर्शक योगआचार्य श्री के एल नामदेव संयोजक श्री धर्मेश नामदेव ने संयुक्त रूप से कार्यक्रम में उपस्थित पूरे देश से आए हुए अग्रणी समाज सेवकों एवं समाज के सुधि स्वजातीय  परिजनों का आभार व्यक्त किया एवं कामना की कि सभी परिजन यहां से मधुर स्मृतियां लेकर जाए ऐसा कुछ करें जिससे समाज एकता के सूत्र में बंधा हुआ नजर आए व्यवस्थाओं में कोई कमी हो तो उन गलतियों के लिए क्षमा करते हुए जाए,इस तरह से शाम 5:30 बजे संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज के आरती एवं जयकारे के साथ समारोह संपन्न हुआ।
इस आयोजन की रूपरेखा योगाचार्य श्री के एल नामदेव ने इंजीनियर गौरीशंकर नामदेव श्री मोहनलाल जी छीपा, श्री पीके नामदेव जबलपुर, श्री राजकुमार नामदेव बड़वाह, श्री शंकरलाल अखोते, श्री बूटा सिंह धोरटीया, श्री संतोष मंडवाल जी श्री कमल वर्मा नामदेव श्री नंदकिशोर नामदेव इंदौर श्री शेखर भदोरिया जी श्री राजेश नामदेव प्रांतीय अध्यक्ष श्री नामदेव समाज विकास परिषद छत्तीसगढ़, श्री नारायण नामदेव जिला अध्यक्ष एवं आयोजक, श्री राम कुमार नामदेव के साथ मिलकर सम्मेलन के 6 माह पूर्व ही वृहद रूपरेखा बनाई, सम्मेलन का उद्देश्य क्या है, सम्मेलन  की विषय वस्तु क्या हो और सम्मेलन में पूरे राष्ट्र के समाज जनों को इकट्ठा कैसे किया जाए जिसमें सभी घटक और खाप सम्मिलित हो इस हेतु एक राष्ट्रीय स्तर की संयोजक समिति बनाई गई जिसमें स्थानीय संयोजक श्री धर्मेश नामदेव को बनाया गया इस संयुक्त  संयोजन एवं समन्वय समिति  में श्री नंदकिशोर नामदेव नंदू भैया, श्री राम कुमार नामदेव नरसिंहपुर, श्री संजय गंगवाल कोटा, श्री मणि नामदेव, श्री बृजेश नामदेव,श्री अशोक नामदेव, श्री ओंकार नामदेव जबलपुर, श्री आकाश वैद्य इंदौर, श्री दशरथ नामदेव गंजबासौदा श्रीमती ममता श्री अरुण नामदेव, श्री अशोक नामदेव, श्री अजय जाधव औरंगाबाद, श्री विजय सिंपी औरंगाबाद  युवराज सुतोने नागपुर, श्री हरिओम नामदेव, श्री अतर सिंह, श्री सुदर्शन नामदेव कटनी बृजेश नामदेव कटनी, संजू वर्मा बिलासपुर, श्री मुकेश बिलासपुर, श्री अनुराग नामदेव रायगढ़ श्री कमल वर्मा नामदेव उत्तराखंड, श्री चंद्रप्रकाश नामदेव चंदू जबलपुर, श्री राजेंद्र वर्मा, श्री संतोष मंडवाल, श्री नवल किशोर नामदेव मंडीदीप श्री राजेश नामदेव चापा, श्री भोला श्रीवास्तव, श्री सुधीर वर्मा आदि के माध्यम से पूरे राष्ट्र में इस सम्मेलन का व्यापक प्रचार-प्रसार किया गया एवं सभी खापों और घटकों के बीच में संवाद स्थापित किया गया,
इसी के साथ श्री महेंद्र नामदेव रायपुर, डॉ अदिती नामदेव रायपुर, श्री धर्मेश नामदेव रायपुर, श्री नंदकिशोर नामदेव इंदौर, श्री दशरथ नामदेव गंजबासौदा, श्री सुनील नामदेव बेमेतरा श्री दिनेश नामदेव पाटन के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार किया, पूरे आयोजन के लिए एक राष्ट्रीय स्तर की समिति बनाई गई इस समिति में लगभग 350  समाजजनों की सहभागिता थी,
 इस प्रचार प्रसार समिति ने लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए सम्मेलन की जानकारी पहुंचाने के लिए हर विधा का भरपूर उपयोग किया फेसबुक व्हाट्सएप इंस्टाग्राम आदि के माध्यम से देश-विदेश में इस सम्मेलन की जानकारी लोगों तक  पहुंचाने का प्रबंध किया,एवं लगभग 2 लाख सामाजिक परिजनो को आमंत्रित किया गया,  पूरे राष्ट्र के पूरे राष्ट्र के परिजनों में उत्साह इतना ज्यादा था कि किसी शहर में एक कार्ड पहुंचता था तो उस शहर के समाज बंधु मीटिंग करके उसी एक कार्ड को अपना  आमंत्रण स्वीकार करते हुए फोटो शूट कर प्रेषित कर अन्य दूसरे लोगों को  भी प्रेरित करते थे, जो अपने आप में सकारात्मक पक्ष रहा l
श्री नंदकिशोर नामदेव, श्री दशरथ नामदेव श्री खेमराज नामा के अलावा प्रचार, मीडिया के लिए एक समिति बनाई गई जिसमें युवा पत्रकार नितिन नामदेव, श्री अक्षय चौधरी, श्री महेंद्र नामदेव, डॉ अदिति नामदेव, धर्मेश नामदेव, अजमेर से श्री संतोष तोनगरिया न्यूज नजर श्री मुकेश नामदेव बिलासपुर श्री कमल छीपा जयपुर  नामदेव युग, श्री रविशंकर नामदेव  नामदेव नूपुर भोपाल, इन्होंने मीडिया एवं समाज को समय समय पर गतिविधियों की सूचना दी साथ ही साथ समाज बंधुओं के बीच व्यापक संवाद स्थापित किया, किसी भी आयोजन में अर्थ की एक बड़ी भूमिका होती है इस हेतु 6 लोगों की समिति बनाई गई जो छत्तीसगढ़ के प्रत्येक शहरों में आमंत्रण के साथ साथ सहयोग भी लेने का दायित्व इस समिति ने निभाया इस समिति में मुख्य रूप से हैं श्री राजेश नामदेव, योगाचार्य श्री के एल नामदेव जी, श्री नारायण प्रसाद नामदेव, श्री चेतन नामदेव बेमेतरा, श्री दुर्गा प्रसाद नामदेव, श्री शंकरलाल नामदेव, श्री अनिल बरौलिया श्री धर्मेश नामदेव युवा श्री राजेंद्र नामदेव ने छत्तीसगढ़ के हर शहर और कस्बे में पहुंचने का पूरा पूरा प्रयत्न किया,
क्योंकि यह सभी वर्गों का परिचय सम्मेलन भी था तो इस परिचय सम्मेलन के बायोडाटा संग्रह का काम प्रांतीय महिला अध्यक्ष श्रीमती सुषमा नामदेव एवं डॉ राजश्री नामदेव ने संयुक्त रूप से संभाला,
 प्राप्त सहयोग राशि का कुशल तरह से उपयोग हेतु श्री अनिल बरौलिया और श्री प्रेमचंद नामदेव को जिम्मेदारी दी गई जिन्होंने इसे बखूबी अंजाम दिया,
साथ ही अन्‍य खापों /घटकों की मीटिंग कारवाई गई रायपुर में निवासरत अन्य प्रांतों जैसे महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, गुजरात के साथ भावसार , पीपा वंशी, दामोदर वंशी, काकूस्थ आदि को समिति में शामिल किया गया उनके साथ काम किया गया, श्री संजय मोयल, श्रीमति शोभा मोयल, श्री मनोज तंवर, श्री सुशील रोहिला, श्री हितेश परमार, श्री देवी दास ढगे, श्री सुनील पिथालिया, श्री नरेंद्र सोलंकी, श्री सुरेंद्र सोलंकी, श्री जितेन्द्र सोलंकी आदि ने अपने अपने परिजनों को तन मन धन से सहयोग के लिए तैयार किया, रायपुर शहर छोटा भारत की तरह से है जहाँ देश के प्रत्येक राज्य के लोग रहते हैं, और यह सम्मेलन में सभी राज्यों के समाज बन्धुओं की उपस्थिति से प्रतिध्वनित भी हुया।
कार्यक्रम की अगली व्यवस्था जो समाज की महिलाओं ने दीपावली मिलन समारोह में तय की थी कि हम एक कलश यात्रा निकालेंगे कलश यात्रा के पश्चात उन्हीं महिलाओं से निवेदन किया गया कि वह अन्नपूर्णा का अवतार बन भोजन व्यवस्था का संचालन भी करें इस संचालन में श्रीमती विद्या नामदेव दुर्ग, श्रीमती संध्या नामदेव रायपुर, श्रीमती उषा धनीराम वर्मा रायपुर, श्रीमती दिव्या वर्मा, श्रीमती प्रीति नामदेव, श्रीमती रितु नामदेव, श्रीमती सुषमा नामदेव, डाॅ राजश्री नामदेव, श्रीमती राखी नामदेव, श्रीमती रीना नामदेव, श्रीमती अंजू नामदेव, श्रीमती श्रद्धा नामदेव श्रीमती स्वाति नामदेव, श्रीमति श्यामली नामदेव, श्रीमति माया नामदेव, श्रीमती संगीता नामदेव, श्रीमति शोभा वर्मा, श्रीमती भारती वर्मा, श्रीमति मीनू नामदेव, प्रिन्सी नामदेव, के साथ श्री किशोर वर्मा श्री अनिल वर्मा एवं श्री प्रमोद नामदेव मुन्ना भैया ने महती भूमिका निभाई।
 आवास एवं परिवहन एक बहुत ही महत्वपूर्ण जिम्मेदारी थी सैंकड़ों किलोमीटर दूर से आए हुए समाज बंधुओं का किस तरह से उनकी सुख सुविधा का ख्याल रखा जाए इस महती जिम्मेदारी को श्री सुरेश कुमार नामदेव श्री अविनाश नामदेव चिरंजीव शिवम और चिरंजीव शुभम ने बखूबी अंजाम दिया परिवहन के लिए श्री राजेंद्र नामदेव के नेतृत्व में अविनाश नामदेव चेतन नामदेव, श्री प्रफुल्ल नामदेव, श्री बृजलाल नामदेव के साथ इन दोनों व्यवस्थाओं के साथ  स्वागत को भी जोड़ा गया और युक्त समाज सेवकों के साथ में प्रफुल्ल नामदेव श्री शिवमनामदेव, श्री सोनल खापरे,श्री अमितेशनामदेव, श्री नितिन नामदेव श्री चेतन नामदेव बेमेतरा श्री अभिनव शांडिल्य, देवेंद्र नामदेव, श्री ऋषिन्द्र नामदेव, श्री चेतन नामदेव रायपुर श्री देवेंद्र नामदेव, श्री ऋषिकेश नामदेव श्री महेंद्र नामदेव, श्री मनीष दुर्गा प्रसाद नामदेव, चि.  शुभम नामदेव, श्री अविनाश नामदेव, श्री बिहारी नामदेव बिलासपुर, श्री दिलीप श्रीवास्तव, श्री त्रिजुगी श्रीवास्तव, श्री सुधीर वर्मा बिलासपुर, श्री राजेश नामदेव  चाम्पा, श्री मुकेश नामदेव बिलासपुर, श्री नवनीत पटेरिया रायपुर, राकेश नामदेव एवं विक्की वर्मा आप सभी युवाओं के पास में स्वागत परिवहन एवं आवास तो था ही साथ ही राशन संग्रह, साग सब्जी, दूध दही , टेंट, माइक, फ्लेक्स इत्यादि के प्रबंध की जिम्मेदारी इन्हीं की थी, सम्मेलन   शामिल होने के लिए परिजनों का 28 तारीख से आगमन प्रारंभ हो गया था, इस 28 फरवरी 29 फरवरी एवं 1 मार्च 2 मार्च की पूरी व्यवस्था का कुशल संचालन श्री सुरेश नामदेव जी ने अपने नेतृत्व में किया, रायपुर समाज के प्रत्येक परिवार ने अपनी जिम्मेदारी को समझा महसूस किया और निर्वाह  भी किया रायपुर में निवासरत ऐसा कोई घर नहीं होगा जहां 5 से 10 मेहमान ना रुके हों अगर रायपुर समाज के परिजन है सहयोग नहीं करते तो शायद आवास की व्यवस्था चरमरा जाती l
किसी भी सम्मेलन या समारोह की मंचीय व्यवस्था एवं मंच संचालन  पूरे सम्मेलन की जान होती है और इस व्यवस्था का कुशल रूप से संचालन डॉ जया सिंह ने किया जो आकाशवाणी रायपुर एवं दूरदर्शन रायपुर में अपने प्रोग्राम देती हैं युवक युवती परिचय सम्मेलन एवं अतिथियों का परिचय उनका स्वागत इत्यादि डॉक्टर जया सिंह के साथ श्री महेंद्र सिंह नामदेव आज तक, डॉ राजश्री नामदेव, श्री धर्मेश नामदेव उनके साथ संचालन व्यवस्था में साथ देने के लिए मौजूद रहे, आमंत्रित परिजनों एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह देने की एक महती जिम्मेदारी थी आयोजन समिति की पूरी कोशिश थी कि यहां उपस्थित सभी परिजनों को एक ना एक प्रतीक चिन्ह अवश्य ही मिले इस साथ ही कोई ऐसा प्रतीक चिन्ह दिया जाए जो कि अपने आप में अनूठा हो एवं पहली बार हो श्री नामदेव जी महाराज जी की कृपा से श्री रवि कुमार वर्मा इसरो वैज्ञानिक ने महती दायित्व अपने ऊपर लिया और उन्होंने मुख्य अतिथि एवं समस्त खापों के विशिष्ट जनों के लिए संत शिरोमणि श्री नामदेव जी की एक लघु प्रतिमा स्मृति चिन्ह के रूप में आयोजन समिति को भेंट की वह प्रतिमा अनूठी है और संभवत पूरे भारतवर्ष के समाज के इतिहास में अपने आप में पहली है प्रतिमा पूरे देश के सभी खापों के वरिष्ठ लोगों के पास एवं सभी राज्यों में पहुंचे ऐसी व्यवस्था आयोजन समिति ने की इसके साथ ही श्री एस एस नामदेव जी ने सम्मान चिन्ह की पूरी व्यवस्था की, श्री दुर्गा प्रसाद नामदेव जी ने एक अन्य प्रतीक चिन्ह की प्रति व्यवस्था की श्री नरेंद्र सोलंकी जी ने 200 शाल की व्यवस्था की श्री योगाचार्य नामदेव  ने बिल्लो की व्यवस्था की। अंत में 1000 कैलेंडर की व्यवस्था श्री नारायण प्रसाद नामदेव जी ने अपने व्यय पर की।
इस आयोजन समिति को श्री सुनील नामदेव जो भारत में मीडिया की जानी मानी पर्सनालिटी हैं, श्री मोहनलाल नामदेव जबलपुर, श्री जितेंद्र सोलंकी जो आपदा प्रबंधन छत्तीसगढ़ में अधिकारी हैं।  आप सभी का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ, यह आयोजन समिति आप सभी की दिल से आभारी है।

उत्तम व्यवस्था

इस सम्मेलन के लिए कुछ विशिष्ट व्यवस्थायें भी की गई थी जैसे ‘उतना ही लो थाली में व्यर्थ ना जाए नाली’ में अन्न बचाने के इस अनूठे अभियान  का नेतृत्व सुमन ताई ब्राह्मणकर पुणे ने अपने साथ 12 अन्य समिति के सदस्यों के माध्यम किया,  पेयजल बचाने के अभियान  श्री मणि नामदेव एवं श्री आकाश वैद्य ने स्थानीय युवाओं के सहयोग से  किया श्री संजय गंगवाल जी ने सफाई व्यवस्था के लिए स्वच्छता दूत बनकर पूरे भवन की साफ-सफाई इत्यादि का जिम्मा यहां के स्थानीय युवाओं के साथ मिलकर किया सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी श्री नंदकिशोर नामदेव श्री अरुण नामदेव श्री  राजेंद्र टेलर श्री संजय गंगवाल  जी ने छत्तीसगढ़ के स्थानीय युवाओं के साथ मिलकर संभाली इसी प्रकार स्टेज के बगल में एक छोटा सा मंदिर संत शिरोमणि श्री नामदेव जी का डॉ राजश्री नामदेव की अनूठी कल्पनाशीलता का कमाल था।
पूरे देश से पधारे अतिथियों के ठहरने का प्रबंध पांच अलग-अलग स्थानों में किया गया था और उन स्थानों पर पहुंचने का प्रबंध एवं पूरी व्यवस्था का कुशल संचालन हमारी समिति के सदस्यों ने बखूबी अंजाम दिया किसी भी सदस्य को कोई तकलीफ ना हो इसका पूरा ख्याल रखा l
 छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ समाजसेवीयों ने वर्षों पूर्व एक सपना देखा था कि छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक ऐसा सम्मेलन हो जो एक मिसाल कायम करें जिसमें सभी घटकों खापों के सजातीय परिजन पधारें, इस मायने में कार्यक्रम अत्यधिक सफल रहा।
सभी खापों का प्रतिनिधित्व
 इस कार्यक्रम में टाक रोहिल्ला पीपा बंसी भरत बंसी भावसार दर्जी छीपा  सिंपी के साथ-साथ सुदूर प्रांतों से भी सजातीय  परिजन पधारे साथ ही 2015 में रायपुर समाज ने एक पहल की थी। गुरु ग्रंथ साहिब के पाठ की  यह परंपरा रायपुर छत्तीसगढ़ ने कायम रखी और श्री गुरु ग्रंथ में संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज के अभंगो का पाठ ज्ञानियों ग्रन्थियों रागीयों के द्वारा  किया गया।
 निर्बाध 48 घंटे तक चला यह सम्मेलन बहुत सारी मधुर स्मृतियां छोड़कर गया है तथा समाज को व्यापक एकता एवं संगठन के प्रति जागृति का भाव जगाने में भी कामयाब रहा है अंत में आयोजन समिति ने राष्ट्र के सभी खापों और घटकों से निवेदन किया कि वह अपने नाम की एकरूपता,, जातीय पहचान हेतु जब तक कि एक सरनेम की खोज पूरी ना हो जाए अपने नाम के आगे या पीछे बिट्ठल अवश्य ही लगाएं जिससे हमारी सही पहचान स्थापित हो सके l
पुनः एक बार हम भगवान विट्ठल माता रुक्मणी संत शिरोमणि नामदेव जी महाराज के पूरे भक्ति भाव से हृदय से आभारी हैं कि उनकी कृपा से यह विराट दो दिवसीय सम्मेलन संपन्न हुआ जोकि संत शिरोमणि श्री नामदेव जी महाराज के 750 वी जयंती वर्ष का प्रथम सम्मेलन था  l

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