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उत्तराखंड में गंगा ने फिर दिखाया रौद्र रूप, पहाड़ी इलाकों में तबाही

देहरादून।  उत्तराखंड पहुंचे मानसून ने राज्य के पहाड़ी जिलों में तबाही मचाना शुरू कर दिया है। जगह-जगह सड़कें बंद हो गई हैं। पिथौरागढ़ में चीन सीमा से लगे करीब 80 गांव अलग थलग पड़ गए हैं। गंगा सहित कई नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। नदियों और नालों में पानी बढ़ने से लोगों के घरों में पानी घुस रहा है।

मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी देते हुए उत्तराखंड पौड़ी, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चमोली जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। जबकि उत्तरकाशी, देहरादून, टिहरी, नैनीताल, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, उधमसिंह नगर, चंपावत जिलों में भी भारी बारिश की चेतावनी के साथ ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।
बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह भूस्खलन होने से बंद है। ऋषिकेश सहित कई स्थानों पर बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।
मौसम के मिजाज को देखते हुए सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन ने सभी जिलाधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं। हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान 294 मीटर से ऊपर 294.40 मीटर पर बह रही है। पानी के बहाव में भारी मात्रा में सिल्ट आने के कारण गंगनहर को बंद करना पड़ा है।
हरिद्वार प्रशासन ने इसके चलते अलर्ट जारी करते हुए सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया था। डूब क्षेत्र को खाली करा लिया गया। साथ ही गंगा के तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ती जा रही है।
देहरादून में आपदा प्रबंधन कंट्रोल रूम से मिली सूचना के रिस्पना नदी पुल से सटे चूना भट्टा इलाकों में बारिश के पानी से बाढ़ की स्थिति बन गई है। इसमें करीब 150 से 200 के बीच लोग फंस गए। पुलिस की टीम मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू कर रही है। लोगों को सुरक्षित निकाला जा रहा है। यहां से दो सौ लोगों को रेन बसेरा भेजा गया है।
साथ ही प्रशासन सभी के रहने खाने की व्यवस्था कर रहा है। वहीं, किसी भी सूचना पर रेस्क्यू के लिए देहरादून के सहस्रधारा हेलीपैड पर चौपर तैयार रखा गया है। इसी तरह से कालसी में बादल फटने की सूचना है। इससे बड़े पैमाने पर भूस्खलन आया हुआ है और वहां पर काफी ज्यादा इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य नुकसान होने की सूचना है।
भारी वर्षा के कारण कालसी चकराता मोटर मार्ग में झझरेड़ के पास मार्ग अवरुद्ध हो गया है तथा कुछ लोगो के फंसे होने की सूचना है। अलकनंदा नदी की लहरों के बीच धारी देवी मंदिर श्रीनगर गढ़वाल के निकट बदरीनाथ हाईवे पर धारी देवी मंदिर भी अलकनंदा नदी के उफान में घिरता जा रहा है।
टिहरी जिले में लगातार हो रही बारिश से देवप्रयाग में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। देवप्रयाग में 464.00 मीटर पर गंगा बह रही है, जबकि 463 से ऊपर खतरे का निशान है। संगम स्थल भी पानी में डूबा है।

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