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भाई-बहन पत्ता देख पौधे का नाम बता दें तो राजनीति छोड़ दूंगा

बीकानेर/हनुमानगढ़/सूरतगढ़/जोधपुर। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कृषि कानूनों पर किसानों को गुमराह करने के लिए कांग्रेस पार्टी और उसके शीर्ष नेताओं पर जमकर निशाना साधा। शेखावत ने कहा कि यदि कांग्रेस के भाई-बहन खेत में पत्ता देखकर बता दें कि ये किस पौधे का है तो मैं राजनीति छोड़ने को तैयार हूं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, पहले किसान को उत्पादन की मशीन की तरह देखा जाता था, लेकिन पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अन्नदाता लाभ की खेती कैसे करे, उसकी आमदनी दोगुनी कैसे हो, इस पर काम करना शुरू किया।

शेखावत ने रविवार को बीकानेर, सूरतगढ़, हनुमानगढ़ में किसान कल्याण ग्राम चौपालों में भाग लिया। उन्होंने किसानों और व्यापारियों को कृषि कानूनों के लाभ बताए। चौपाल में उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर नाम ना लेते हुए तंज कसा कि ट्रैक्टर पर सोफा लगाकर बैठते हैं। आप सबके घर पर ट्रैक्टर है, आपने कभी सोफा लगा ट्रैक्टर देखा है।

कांग्रेस पार्टी के राजकुमार, जिन्हें भेड़ और बकरी के बच्चे में फर्क नहीं पता, वो हमें खेती सिखाएंगे। जिन्हें गेहूं और धान के पौधे में फर्क नहीं पता, वो हमें खेती सिखाएंगे। ऐसे लोग देश के किसान की राजनीति करेंगे। किसान को भड़काने की कोशिश करेंगे। अब हिंदुस्तान का किसान समझदार है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जब ऐसे लोग गांव में आएं तो उनसे पूछना, जब तेरा राज था, तब तुमने एमएसपी कितनी दी। एमएसपी का कानून क्यों नहीं बनाया। उनसे पूछना, तुमने खरीद कितनी की थी, उसके आंकड़े लेकर आओ। तुमने कृषि बजट कितना दिया था, उसके आंकड़े लेकर आओ।

ये ऐसे लोग हैं, जो बिना तथ्य के आधार पर देश की प्रगति के बीच में अवरोधक बनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, इस तरह के गुमराह करने वाले लोगों को बेनकाब करने की जरूरत है। उनके कपड़े उतार करके उन्हें बाहर भेजने की आवश्कता है, ताकि आने वाले समय में वो ऐसी जुर्रत न कर सकें।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, केवल राजनीतिक संरक्षण में ऐसे लोग, जो मंडी से कमीशन खाते थे, राजनीतिक पार्टियां, जो मंडी के कमीशन में हिस्सा बनाती थीं, वो जानबूझकर किसान को आगे करके देश के किसान को भ्रमित करने की कोशिश कर रही हैं।

अब जानबूझकर पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ हिस्सों में आंदोलन खड़ा किया जा रहा है। ये केवल अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए है। सीएए और राफेल के समय भी ऐसा प्रयास किया गया था। आपने देखा राफेल ने उड़ना शुरू किया, चीनी पीछे खिसक गए।

अकाली पार्टी के एनडीए छोड़ने पर शेखावत ने कहा कि अपनी स्थानीय राजनीति को इस देश के किसान के बच्चे के भविष्य के बीच में लाने का प्रयास करने वाले ऐसे लोगों को बेनकाब करने की आवश्यकता है।

केंद्रीय मंत्री ने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट और उसके अनुसार कृषि कानून बनाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने इस रिपोर्ट पर 8 साल कुछ नहीं किया, केवल इसको तकिया बनाकर सोती रही, लेकिन मोदी सरकार ने 201 में से 200 अनुशंषाएं लागू की हैं। कांग्रेस केवल किसान के नाम पर राजनीति करना जानती थी। किसान का वोट लेकर अपने घर भरना चाहती थी। इसलिए उन्होंने कोई निर्णय नहीं किया।

राजस्थान ने खेतों का डिजिटलाइजेशन क्यों नहीं

केंद्रीय मंत्री ने कहा, मोदी सरकार ने खेतों के डिजिटलाइजेशन के लिए सारे राज्यों को पैसा दिया। आंध्र प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, कर्नाटक समेत कई राज्यों ने किया, लेकिन मैं कांग्रेस के नेताओं से पूछना चाहता हूं, राजस्थान में इस पैसे को लेकर क्यों बैठे रहे। डिजिटलाइजेशन क्यों नहीं किया।

बंद कीं सॉइल हेल्थ लैब्रटोरी

शेखावत ने कहा, सूरतगढ़ से प्रधानमंत्री मोदी ने सॉइल हेल्थ कार्ड की योजना शुरू की। देश के 15 करोड़ किसानों के सॉइल हेल्थ का टेस्ट हुआ, सारे देश में यह योजना चल रही है, लेकिन दुर्भाग्य से जोधपुर से लेकर गंगानगर और यहां से कोटा तक राजस्थान की लैब्रटोरी बंद हैं। राजस्थान सरकार के पास वेतन देने के लिए पैसे नहीं हैं। सारे कर्मचारियों को हटा दिया। केंद्र के लिए पैसे को खुर्द-बुर्द कर दिया। करोड़ों रुपए से बनी लैब्रटोरी धूल खा रही हैं। प्रदेश के किसान को इतनी बड़ी सौगात से महरूम कर दिया गया। ये राज्य सरकार सबकुछ बंद करके बैठी है।

ऐसा बीज दिया, जो उगा ही नहीं

शेखावत ने कहा कि पश्चिमी राजस्थान में ऐसा बीज राज्य सरकार ने दिया, जो उगा ही नहीं। पता नहीं कमीशन के चक्कर में कहां से लेकर आए थे। उन्होंने कहा कि फसल बीमा मोदी सरकार ने शुरू किया, अभी कुछ कमियां हैं, लेकिन मोदी सरकार नहीं, राज्य सरकार का राजस्व सिस्टम दोषी है। ये समय पर कागज जमा नहीं कराते। फसल बीमा के कानून में मोदी सरकार ने परिवर्तन किया है। यदि 3 महीने में भुगतान नहीं किया तो बीमा कंपनी को 12 प्रतिशत का ब्याज किसान को देना पड़ेगा।

राजस्थान की धोखेबाज सरकार

केंद्रीय मंत्री ने राजस्थान सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ये तो कर्जमाफी के नाम पर सरकार में आए थे। युवाओं को बेरोजगारी भत्ता देने के नाम पर सरकार में आए थे। ये धोखेबाजों की सरकार है। राजस्थान में जिस तरह की परिस्थिति बनी है। बहू-बेटियां घर से बाहर निकलते हुए डरती हैं। जिस तरह से यहां अबोध बालिकाओं के साथ दुराचार, अत्याचार हो रहा है, ये सरकार मौन होकर बैठी है।

राहुल गांधी को अलवर क्यों नहीं दिखा

शेखावत ने कहा, मैं पूछना चाहता हूं राहुल गांधी को, उनको हाथरस तो दिखता था, उनको अलवर क्यों नहीं दिखा। उनको बाड़मेर क्यों नहीं दिखा। उनको लोहाहट क्यों नहीं दिखा, जहां दस दिन पहले 16 साल की बच्ची के साथ बलात्कार हुआ। उनको बारां की घटना क्यों नहीं दिखी। ये सलेक्टिव राजनीति करने वाले लोग हैं, उस प्रदेश में हमको दिखता है, इस प्रदेश में हमको नहीं दिखता। केंद्रीय मंत्री ने कहा, एक दिन मैंने पूछा, अशोक गहलोत साहब ने कहा हमने सही सही रिपोर्ट भेज दी है। मैने उनसे कहा कि रिपोर्ट भेजना बंद करो, अपराधियों को थोडा टाइट करना शुरू करो, राजस्थान की जनता चैन और अमन के साथ जी सके।

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