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शेल्टर होम में मिला कोरोना संक्रमित खानाबदोश युवक

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में 19 दिनों के अंतराल के बाद गुरुवार सुबह एक नए कोरोना पोजिटिव के सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग के साथ साथ जिला एवं पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गए।

शहर के अलवरगेट थाना क्षेत्र अंतर्गत कॉवेन्ट स्कूल के सामने रेलवे म्यूजियम पर बनाए अस्थाई आश्रय स्थल से दिल्ली निवासी 22 वर्षीय युवक नावेद की पहचान कोरोना संक्रमित के रूप हुई है। इस आश्रय स्थल पर 200-250 फकीरों एवं खानाबदोश लोगों को ठहराया गया है।

अब चिकित्सा विभाग का काम इस बात को लेकर बढ गया है कि संक्रमित नावेद के संपर्क में और कौन कौन आए हैं। नावेद के विषय में कहा जा रहा है कि वह नौ मार्च को दिल्ली से अजमेर आया और उसके बाद से अजमेर में ही दो स्थानों पर उसने ठहराव किया जहां आज उसे चिन्हित कर लिया गया।

पुलिस उसकी ट्रेवल हिस्ट्री जानने का प्रयास कर रही है लेकिन फिलहाल वह मुंह नहीं खोल रहा। एक आशंका यह भी व्यक्त की जा रही है कि वे कहीं नौ मार्च को तबलीगी जमात से तो नहीं लौटा। संक्रमित युवक को आईसोलेशन वार्ड में भर्ती करा क्षेत्र को सील करने की कार्यवाही चलाई जा रही है।

फिलहाल इस नए कोरोना संक्रमित के सामने आने के बाद अलवरगेट क्षेत्र, श्रीनगर रोड, नसीराबाद रोड, मेयो कॉलेज मार्ग आदि को पुलिस प्रशासन ने सील कर दिया है। अब यहां के सभी लोगों की स्क्रीनिंग का काम युद्धस्तर पर चलाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अजमेर शहर में अब कुल छह मरीज सामने है जिनमें पांच एक ही परिवार के है। छहों एक ही बिरादरी के है।

पुलिस ने 41 मलंगों को पकड़कर करवाया आइसोलेटेड

अजमेर में गुरुवार को एक नए कोरोना संक्रमित के सामने आने के बाद हरकत में आई पुलिस ने 41 मलंगों को तारागढ़ की पहाड़ियों से धरदबोचा। पुष्ट जानकारी के मुताबिक यह सभी मलंग ख्वाजा गरीब नवाज के 808वें सालाना उर्स से क्षेत्र में ही डेरा डाले हैं।

दरगाह थाना पुलिस ने मय जाप्ता एक अभियान चलाकर सभी को तारागढ़ पहाडों के घनी एकान्त क्षेत्र हैप्पीवैली से पकड़ लिया। इनमें एक बांग्लादेशी भी शामिल है, जिसका हाल ही में वीजा समाप्त हुआ है। सभी की स्क्रीनिंग की जा रही है।

पुलिस सभी का मेडिकल मुआयना करा उन्हें एक सरकारी स्कूल में क्वारंटाइन कर रही है।
उल्लेखनीय है कि अजमेर में लाकडाऊन के बावजूद अनेकों खानाबदोश जिन्दगी जीने वाले सड़कों पर चोरी छिपे निकल रहे हैं। दरगाह क्षेत्र के अलावा सुभाष उद्यान मार्ग, ऋषि घाटी सम्पर्क सड़क तथा चिल्ले वाले बाबा चमार घाटी पुष्कर रोड़ पर इन्हें देखा जा सकता है।

जयपुर के रामगंज से गुपचुप पहुंचे अजमेर

इस बीच देर रात अलवरगेट थाना पुलिस की गिरफ्त में आए तीन संदिग्धों को जवाहरलान नेहरू चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में रखा गया है। ये तीनों एक बिना नंबर के आटो में सवार होकर जयपुर के रामगंज से गुपचुप अजमेर आए थे। राजा साइकिल चौराहे के समीप तैनात पुलिसकर्मियों की नजर जब बिना नंबर के आटो पर पडी तो रुकवाया गया। पु​लिस ने सख्ती से पूछताछ की तो पता चला की तीनों ही जयपुर के कोरोना हॉटस्पाट बने रामगंज क्षेत्र के रहने वाले हैं। उनका कहना था कि जयपुर में फैल रहे कोरोना संक्रमण के डर से भाग कर तीनों यहां आए हैं।

पुलिस ने आटो जब्त कर लिया तथा तत्काल एम्बुलेंस बुलाकर तीनों को जेएलएन अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में तीनों का सैम्पल लिया गया जिसे जांच के लिए भेज दिया गया।

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