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झगड़े में समझाने गए युवक की हत्या, आरोपी पिता-पुत्र की तलाश


इंदौर। पिता-पुत्र को झगड़ता देख एक युवक उन्हें समझाने गया तो दोनों ने मिलकर उसे चाकू से वार कर मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान युवक के ताऊजी बचाने के लिए आए तो उन पर भी दोनों ने हमला कर दिया और भाग निकले। मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज कर आरोपी पिता-पुत्र की तलाश शुरू कर दी है।

घटना सांवेर थाना क्षेत्र के टिटावदा क्षेत्र में रविवार शाम करीब साढ़े सात बजे हुई। पुलिस के अनुसार यहां रहने वाले विजय का उसके पिता बाबूलाल से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था। इस दौरान पास में रहने वाला अर्जुनसिंह पिता इंदरसिंह (25) ने बीच बचाव करते हुए समझाने पहुंचा था। इस पर दोनों ने अपना झगड़ा छोड़ उससे ही विवाद करना शुरू कर दिया। विवाद बढ़ा तो विजय ने चाकू निकाल लिया और अर्जुन पर हमला कर दिया।

इस बीच शोर शराब सुन अर्जुन के बड़े पापा (ताऊ) मेहरबानसिंह उसे बचाने पहुंचे तो विजय व बाबूलाल ने उन पर भी चाकू से हमला किया और भाग निकले। घटनास्थल से दोनों घायलों को परिजन तत्काल उपचार के लिए अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां अर्जुन की मौत हो गई, वहीं मेहरबानसिंह की हालत गंभीर बनी हुई है।

सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटना के संबंध में जानकारी लेते हुए अर्जुनसिंह के भाई जीवनसिंह की रिपोर्ट पर विजय और बाबूलाल के खिलाफ हत्या की धारा में प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस ने रात में ही आरोपी पिता-पुत्र की तलाश में उनके घर सहित अन्य स्थानों पर दबिश भी दी, लेकिन उनका कोई पता नहीं चला। बताया जाता है कि विजय पर पूर्व में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी

उधर, किशनगंज थाना क्षेत्र में अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझा ली है। युवक की हत्या उसके ही दोस्त ने की थी। पुलिस के अनुसार थाना क्षेत्र के गोपालपुरा हेमा रेंज में 20 फरवरी को एक अज्ञात युवक का शव जंगल में पड़ा मिला था। अज्ञात आरोपियों ने पत्थर से हत्या की और शव का चेहरा कुचलकर जंगल में फेंक दिया था। उसकी शिनाख्त गोपाल पिता रघुवीर लोधी (35) निवासी सागर के रूप में हुई थी।

मिलेट्री एरिया में मिले शव के मामले में पुलिस ने जांच की तो एक नई कहानी सामने आई और उसका दोस्त तख्तसिंह पिता शंकरसिंह (24) ही आरोपी निकला। वहां पूछताछ करने पर पता चला कि गोपाल और तख्तसिंह दोनों साथ-साथ काम करते थे।

पुलिस जांच में पता चला कि गोपाल शराब पीने का आदि था। पुलिस ने तमाम स्थानों पर जांच की, जहां वह शराब पीने के लिए जाता था। तब पता चला कि घटना की रात को गोपाल और तख्तसिंह ने शराब खरीदी थी। इसी गोपाल पिछले आठ सालों से उसे डरा धमकाकर उसके साथ में अनैतिक संबंध बनाए हुए था। जब भी तख्तसिंह की शादी की बात होती तो वह अंडग़ा डालकर शादी रुकवा देता था। इससे गुस्साए तख्तसिंह ने उसकी हत्या कर दी।