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मुख्यमंत्री ने जिस प्रसिद्ध कथावाचक की उतारी आरती, मंत्री ने उन्हें बताया ढोंगी

 

 

झाबुआ। मध्यप्रदेश के उद्यानिकी राज्यमंत्री सूर्यप्रकाश मीणा के खिलाफ हजारों लोग झाबुआ के पेटलावद मे सडको पर उतरे और जमकर नारेबाजी की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने उनका पुतला फूंका और सीएम से मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की।

दरअसल दो दिन पहले होशंगाबाद मे मंत्री मीणा ने मालवा माटी के संत कमल किशोर नागर को आडंबर करने वाला और कथा के नाम पर लाखो रुपये बटोरने वाला कहा था। अखबारों मे यह बयान छपने के बाद उनके समर्थक भड़क गए।

पेटलावद में पिछले चार दिनों से पं नागर की कथा चल रही हैं। पं नागर जी के समर्थक सुरेश का कहना है कि मंत्री ने मालवा माटी के संत के खिलाफ मनगढंत बातें बोलकर उनके लाखों भक्तों का अपमान किया है और जब तक सीएम उन्हें बर्खास्त नहीं करते हम आंदोलन प्रदेश भर मे करते रहेंगे।

सूर्यप्रकाश मीणा द्वारा की गई बयानबाजी का भक्त मंडल ने विरोध करते हुए कथास्थल मंडी प्रांगण से जुलूस निकाला। इसके बाद जुलूस तहसील कार्यालय पहुंचा, जहां तहसीलदार अंतरसिंह कनेश को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। हालांकि मामला मुख्यमंत्री के पास जाने के बाद मीणा ने लिखित में सफाई दी। साथ ही खेद जताया।

उन्होंने कहा कि पं. नागर सुप्रसिद्ध कथावाचक हैं। गुरुकुल के समारोह में मैंने किसी की भावना को ठेस पहुंचाने की नीयत से कुछ नहीं कहा। मेरी बात तुलनात्मक रूप में गुरुकुल के विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने के लिए थी। इस बीच पं. नागर ने समर्थकों से कहा कि गलती हुई जो उन्होंने (मीणा) मान ली। इसलिए इस विषय को छोड़ो।

खास बात यह है कि पूर्व में उज्जैन में आयोजित कथा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सन्त नागर की आरती उतार चुके हैं  अब उन्हीं के मंत्री ने सन्त को ढोंगी बताया दिया।