News NAZAR Hindi News

महर्षि वाल्मीकि के नाम पर खुलेगा संस्कृत विश्वविद्यालय

 

चंडीगढ़। हरियाणा के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा है कि प्रदेश सरकार ने हरियाणा में पहली बार महर्षि वाल्मीकि, संत कबीर दास, संत रविदास जैसे महापुरुषों की जयन्ती सरकारी स्तर पर मनाने का ऐतिहासिक निर्णय लेकर अनुसूचित जाति के लोगों का मनोबल बढ़ाया है । बेदी ने कहा कि कैथल जिले के मुंदड़ी गांव में महर्षि वाल्मीकि के नाम पर संस्कृत विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सरकारी नौकरियों में अनुसूचित जाति के बैकलॉग को दो किश्तों में पूरा करने की मुख्यमंत्री ने सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान की है तथा भर्ती प्रक्रिया विभिन्न चरणों में जारी है।

राज्य मंत्री बेदी ने कहा कि वर्तमान सरकार ने अपने 25 महीनों के कार्यकाल के दौरान लोगों को पारदर्शी प्रशासन प्रदान करने के अनेक ऐतिहासिक फैसले लिए हैं।

ऑनलाइन प्रणाली के माध्यम से सरकारी कार्यालयों में जनता को सहूलियत प्रदान करवाई है। इसके अलावा, विभिन्न सामाजिक सुरक्षा पेंशनों के लगभग 23 लाख लाभपात्रों को बैंकों के माध्यम से पेंशन देने का ऐतिहासिक निर्णय लेकर पहले की सरकारों में हुए घोटालो का पर्दाफाश भी किया है।

उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार की मंशा अनुसूचित जाति के लोगों के प्रति सकारात्मक है तथा उन्हें हर प्रकार की कल्याणकारी योजनाओं का समय पर लाभ देना सुनिश्चित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग व्यक्तियों को लाभ की पात्रता की 70 प्रतिशत दिव्यांगता की शर्त को कम कर 60 प्रतिशत किया है और इस निर्णय से 30,000 अतिरिक्त दिव्यांगों को लाभ हुआ है।