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बच्चों के साथ शिक्षक भी फेल

शिक्षा सम्बलन में खुली स्कूलों की पोल

एसडीएम व तहसीलदार ने किया गनाहेड़ा स्कूल का निरीक्षण
पुष्कर। शिक्षा सम्बलन अभियान के पहले दिन ही स्कूलों की पोल खुलकर सामने आ गई।

ग्राम गनाहेड़ा की आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण करने पहुंचे उपखंड अधिकारी हीरालाल मीणा और तहसीलदार गजराज सिंह का ना केवल विद्यार्थी फेल मिले बल्कि शिक्षकों की स्थिति भी संतोषजनक नहीं मिली।

उन्होंने शिक्षक की भूमिका को निभाते हुए बच्चों को हिन्दी, अंग्रेजी व गणित विषय पढ़ाते हुए बच्चों से प्रश्न पूछे लेकिन बच्चों का पढ़ाई का स्तर निम्न स्तर का मिला।
एसडीएम मीणा ने कक्षा आठ में छात्रों से अंत्येष्टि शब्द बोर्ड पर लिखवाया लेकिन एक भी बच्चा नहीं लिख पाया। इस पर एसडीएम ने हिन्दी की शिक्षिका को उक्त शब्द लिखने की कहा लेकिन वो भी नहीं लिख पाई।

यहीं हाल अंग्रेजी विषय का रहा। मैं आम खाता हूं… की अंग्रेजी व सैकण्डरी शब्द की स्पीलिंग भी नहीं लिख पाए। बच्चे तो राज्यपाल का नाम भी नहीं बता पाए। कक्षा 12 में भी बच्चे राजस्थान की स्थापना होने वाले वर्ष के बारे में नहीं बता पाए।

एसडीएम ने संस्थाप्रधान को पढ़ाई का स्तर सुधारने का निर्देश दिया। वहीं संस्था प्रधान ने बताया कि स्कूल में 8 शिक्षिकों के पद रिक्त होने से बच्चों की पढ़ाई का स्तर गिर रहा है।

विज्ञान की शिक्षिका को तो मजबूरी में अंग्रेजी का अध्ययन करना पड़ रहा है। निरीक्षण के दौरान मौजूद जिला परिषद सदस्य माणकलाल रावत व ग्रामीणों ने स्कूल में रिक्त पदों को भरने की मांग की।

इस अवसर पर एसडीएम हीरालाल मीणा ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत बच्चों को स्वच्छ रहने व शौचालय में शौच करने की शपथ दिलाई। इस दौरान 624 बच्चों में से 3 बच्चों के घर शौचालय नहीं होने की बात सामने आयी।