News NAZAR Hindi News

अयोध्या में जुटे 5 लाख रामभक्त, एक ही मांग, जल्द बनाओ राममंदिर

अयोध्या। अयोध्या के रामलीला मैदान में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की धर्मसभा रविवार को करीब 5 लाख रामभक्तों की मौजूदगी में शुरू हुई। मंत्रोच्चार के साथ इसकी शुरुआत हुई। रामलीला मैदान में बनाए गए विशेष मंच पर विहिप के बड़े पदाधिकारियों के साथ कई साधू और संत मौजूद हैं।

अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग के साथ

करीब 5 लाख लोग धर्मसभा में पहुंचे। इसी के साथ देश मे सियासी पारा चढ़ गया है। मोदी सरकार लोगों के निशाने पर है। राम मंदिर के लिए अध्यादेश की आवाज उठ रही है। ऐसे में भाजपा के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अध्यादेश लाना जरूरी हो गया है।

धर्मसभा में आरएसएस के वरिष्ठ नेता सुरेश ‘भैयाजी’ जोशी ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के अपने वादे को पूरा नहीं करने को लेकर रविवार को भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने केंद्र सरकार से राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि जो आज सत्ता में हैं, उन्होंने राम मंदिर बनाने का वादा किया था। उन्हें लोगों की बात सुननी चाहिए और अयोध्या में राम मंदिर की मांग को पूरा करना चाहिए। देश ‘राम राज्य’ चाहता है।

उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए कानून के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। हम देश के लोगों के बीच संघर्ष नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा कि प्रेम और सद्भाव के साथ अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होना चाहिए। देश राम राज्य चाहता है।

चहुओर से दबाव

उधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि अब भी अयोध्या में मंदिर नहीं बना तो 100 करोड़ हिंदुओं के सब्र का बांध टूट जाएगा और अगर ऐसा हुआ तो देश के लिए बहुत बुरा होगा। उन्होंने कहा कि मुगल काल से ही हिंदुओं का सिर्फ धर्म ही परिवर्तन नहीं कराया गया बल्कि हिंदुओं को खंड-खंड में बांटने के लिए जात-पात की गंदी ऊंची राजनीत‍ि कर षड्यंत्र के तहत टुकड़े-टुकड़े में कर दिया।

आजादी के बाद देश को नेहरू गांधी परिवार ने देश को धर्म के नाम पर बांट दिया। अब बचे हुए हिंदुओं को भी जात-पात के नाम पर टुकड़ों में बांटने की कोशिश विपक्षियों द्वारा की जा रही है। अयोध्या में राम के मंदिर के निर्माण के लिए मुसलमानों को आगे आना चाहिए। हिंदुस्तान के धर्म के आधार पर हुए बंटवारे के बाद पाकिस्तान में हिंदुओं को जबरन या तो मुसलमान बना दिया गया या फिर हिंदू पाकिस्तान से पलायन कर गए।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में चुन-चुन कर मंदिरों को तोड़ा गया है। पाकिस्तान में हिंदुओं की हो रही दुर्दशा के बावजूद हिंदुस्तान ने भारत में बचे हुए मुसलमानों को अपने सीने से लगा कर रखा। आज अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए भारत के मुसलमानों को आगे आना होगा।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस देश का यह दुर्भाग्य ही है कि 100 करोड़ हिंदू की आबादी वाले देश में एक मंदिर बनाने के लिए नेताओं और न्यायालय का मुंह देखना पड़ रहा है।

दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने कहा कि उच्चतम न्यायालय से पक्ष में फैसला ना आने के बाद भी कानून बनाकर अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा। अयोध्या में मंदिर हर हाल में बनकर रहेगा।