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जाली नोटों का कारोबार करने वाला तस्कर गिरफ्तार

लखनऊ। चारबाग रेलवे स्टेशन पर उच्चाधिकारी विश्रामालय के पास एंटी टेर्रिस्ट स्क्वायड की टीम को भारी मात्रा में जाली भारतीय नोटों का कारोबार करने वाले तस्कर निजामुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।
पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार नेपाल बेस्ड जाली नोटों के बड़े सप्लायरों से जाली भारतीय मुद्रा लेकर मनोज गुप्ता निवासी गुरुद्वारा कालका जी दिल्ली (18-01-2016 को जी0आर0पी0 लखनऊ द्वारा गिरफ्तार) को भारी मात्रा में जाली भारतीय मुद्रा की सप्लाई किया करता था और वर्ष 2009 से अब तक भारी मात्रा में जाली भारतीय मुद्रा की सप्लाई कर चुका है। इनके पास से कुल सात लाख जाली भारतीय मुद्रा, मोबाइल फोन, पेन कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेन्स, एयरसेल, एयरटेल के सिम कार्ड, रेलवे टिकट आदि बरामद हुए है।
एटीएस द्वारा विगत कई वर्षो से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर जाली भारतीय मुद्रा का कारोबार करने वाले पाकिस्तान, बांग्लादेश, सिंगापुर एवं नेपाल बेस्ड जाली भारतीय नोटों के नेटवर्क के सदस्यों के सम्बन्ध में विभिन्न माध्यमों से निरन्तर सूचनायें संकलित करने के फलस्वरुप वर्ष 2013 में मो. इमरान उर्फ तेली निवासी वीरगंज नेपाल (पॉच लाख जाली भारतीय मुद्रा), वर्ष 2015 में शेख जावेद इकबाल निवासी वीरगंज नेपाल (पच्चीस लाख जाली भारतीय मुद्रा) एवं महबूब अली उर्फ शेरु निवासी इनर्वा वीरगंज नेपाल (पॉच लाख जाली भारतीय मुद्रा) के साथ गिरफ्तार किया गया था। निरन्तगर सूचना संकलन के क्रम में एटीएस को पुनः सूचना प्राप्त हुई कि पाकिस्तानी खुफिया एजेन्सी आईएसआई द्वारा नेपाल बिहार के सीमावर्ती क्षेत्रों से अपने नेटवर्क के सदस्यों के माध्यम से भारत में जाली भारतीय मुद्रा की भारी मात्रा में सप्लाई की जा रही है। सूचना संकलन के क्रम में ही एटीएस उत्तर प्रदेश की टीमों को बिहार नेपाल एवं उत्तर प्रदेश नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्रों में इस सम्बन्ध में सूचना संकलन हेतु विगत माह भेजा गया था। सूचना संकलन के क्रम में ही 25 मई को ज्ञात हुआ कि निजामुद्दीन अंसारी जाली भारतीय नोटों की बड़ी खेप लेकर चारबाग रेलवे स्टेशन से दिल्ली में किसी को सप्लाई देने वाला है। इसके क्रम में तत्काल कार्यवाही करते हुए निजामुद्दीन अंसारी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त निजामुद्दीन अंसारी ने पूछताछ में बताया कि वह मूलतः ग्राम बखरी पोस्ट् लतिहनवा थाना आदापुर जनपद पूर्वी चम्पारन बिहार का निवासी है और वर्ष 1989 में एलएनडी कालेज मोतिहारी से बीए आनर्स की शिक्षा ग्रहण करने के पश्चात न्यू मुम्बई चला गया था, जहॉ पर अपने बहनोई के साथ सिलाई का काम करने वाले वर्करों का सुपर विजन का काम करने लगा था। तत्पश्चा्त वर्ष 1991-92 में शाहीन परवीन निवासी- रक्सौल बिहार से शादी होने के पश्चात हाजीपुर बिहार में छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का कार्य किया जाने लगा। वर्ष 1994 में बानेश्वर काठमाण्डू में कान्टी नेण्टोल गारमेन्ट में सुपर वाइजर हो गया था और वर्ष 2001 तक वही पर कार्य किया गया। वर्ष 2001 से वर्ष 2009 तक ओखला बिहार दिल्लीं में टेलर का कार्य एवं पेनिंटग के कार्य की ठेकेदारी करने के दौरान ही इसका सम्पर्क वसंत निवासी जिन्द हरियाणा, अरशद निवासी मुजफ्फरपुर बिहार से हो गया था। इन लोगों के माध्यम से ही निजामुद्दीन का सम्पर्क मनोज गुप्ता, पुत्र राम भरोसे निवासी गुरुद्वारा कालका जी दिल्ली से हो गय था। तो मनोज गुप्ता ने वर्ष 2009 में जाली नोट लेने की बात कही तो इसने अपने गॉव के निवासी रमेश से जाली भारतीय नोटों का पॉच सौ रु0 का सेम्पल लेते हुए मनोज गुप्तान को दिखाया तो मनोज गुप्ता के पसन्द करने पर आगे जाली भारतीय नोटों की सप्लाई करने की बात तय हुई और वर्ष 2010 में पहली बार 40 के बदले 100 रु0 जाली भारतीय नोट की 50,000 रुपये सप्ला्ई किया। वर्ष 2010 में लगभग 10 से 15 लाख की जाली भारतीय नोट रमेश से लेकर मनोज गुप्ता को दिया गया। रमेश के पकड़े जाने के पश्चात नेपाल बेस्ड जाली भारतीय मुद्रा के बड़े सप्लायर्स से 42 में लेकर वर्ष 2011 से अब तक कम से कम 50,000 रु की खेप व अधिक से अधिक 8,00,000 रु जाली भारतीय मुद्रा की खेपों में अब तक लगभग एक करोड़ दस लाख की जाली भारतीय मुद्रा की सप्लाई मनोज गुप्ता व अन्य को की गयी है। मनोज गुप्ता के जनवरी में लखनऊ में पकड़े जाने के पश्चात बरामद जाली नोट उसकी पत्नी को सप्लाई करने चारबाग रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़कर दिल्ली जाने वाला था।
एटीएस कार्यालय के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्त से नेपाल, बिहार एवं दिल्ली के जाली भारतीय नोटों के नेटवर्क के सदस्यों के सम्बन्ध में काफी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्ति हुई है। जिस पर कार्यवाही प्रचलित है। गिरफ्तार अभियुक्त पर धारा 489ए, 489बी, 489सी, 489 ई के तहत थाना जी0आर0पी0 चारबाग लखनऊ से वॉछित चल रहा था।