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दिल्ली में एक दिन ‘नो कार, ओनली बाइसिकल’


नई दिल्ली। प्रदूषण एवं ट्रैफिक जाम से जूझ रही दिल्ली को सप्ताह में एक दिन खुलकर सांस लेने का मौका मिलेगा। गुरुवार को पहली बार कार फ्री डे मनाया गया। लाल किले से लेकर इंडिया गेट तक लोगों ने साइकिल दौड़ाई। खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पैडल मारते दिखे। लोगों ने साइकिल या सार्वजनिक परिवहन साधन का इस्तेमाल किया।

इस दौरान कश्मीरी गेट से लेकर गेट इंडिया गेट तक वाहनों की संख्या कम दिखाई दी। कश्मीरी गेट से लाल किले तक रोड पर रिक्शा, डीटीसी बसें, ऑटो एवं ई-रिक्शे ही दिखाई पड़े।

कश्मीरी गेट बस स्टैंड पर खड़ी बसों में लोग लाइन लगाकर चढ़ते दिखाई दिए। बस स्टैंड पर डीटीसी की विभिन्न रूट की बसें लाइन में खड़ी थीं। बस स्टैंड पर ऑटो एवं रिक्शा की अलग लाइन बनाई गई थी।
लालकिले के बस स्टैंड पर भी बसें लाइन में खड़ी थीं। यहां रिक्शा एवं ऑटो रिक्शा के लिए अलग से स्टैंड बनाया गया था। इस दौरान खास बात यह दिखाई दी कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता, वालंटियर तथा कंडक्टर स्वयं बस से उतरकर लोगों को उनके गंतव्य के बारे में जानकारी दे रहे थे।

कई स्टैंड पर कंडक्टर स्वयं यात्रियों का सामान बसों में चढ़ाने में मदद कर रहे थे। लाल किले से लेकर इंडिया गेट तक दोनों तरफ पैदल चलने वाले मार्ग पर सफेद निशान लगाए गए थे । इस दौरान आप के कार्यकर्ताओं ने लोगों को सार्वजनिक परिवहन के फायदे बताये एवं पैदल चलने के लिए प्रेरित किया ।

कार फ्री डे के मौके पर पार्टी एवं दिल्ली सरकार ने लोगों को साइकिल भी उपलब्ध कराईं। आप के कार्यकर्ताओं एवं वालंटियर ने लोगों को साइकिल से चलने के फायदे भी बताए ।

हालांकि कार फ्री डे से लालकिले से लेकर इंडिया गेट के बीच प्रदूषण के स्तर में कितनी कमी आई, इसकी जानकारी दिल्ली सरकार ने उपलब्ध नहीं कराई है।