नई दिल्ली। नेताजी सुभाष चंद्र बोस देश के पहले प्रधानमंत्री थे न कि जवाहर लाल नेहरू। नेताजी आजाद हिंद फौज के प्रमुख थे और उन्होंने अंडमान-निकोबार द्वीप में भारत का झंडा लहराया था। नेताजी भारत के पहले प्रधानमंत्री थे भले ही निर्वासित सरकार के पीएम थे।
यह कहना है नेताजी सुभाष चंद्र बोस के प्रपौत्र चंद्र बोस का।
उनका कहना है कि इतिहास दोबारा लिखने की जरूरत है, क्योंकि नेताजी देश के पहले प्रधानमंत्री थे। नेताजी आजाद हिंद फौज के प्रमुख थे और उन्होंने अंडमान-निकोबार द्वीप में भारत का झंडा लहराया था। नेताजी भारत के पहले प्रधानमंत्री थे भले ही निर्वासित सरकार के पीएम थे।
चंद्र बोस के मुताबिक कर्नल शौकत अली मलिक ने पहली बार भारतीय जमीन पर भारत का झंडा फहराया था। कर्नल मलिक आजाद हिंद फौज के सैनिक थे। 1947 में दूसरी बार झंडा फहराया गया था। कांग्रेस ने इतिहास में जबरदस्ती ये तथ्य छुपाए थे।
चंद्र बोस ने अंडमान-निकोबार द्वीप का नाम बदलने की मांग भी उठाई। उनका कहना है कि इस द्वीप का नाम बदलकर शहीद और स्वराज द्वीप रखने की मांग करते हुए कहा कि सुभाष चंद्र बोस ने यही नाम रखा था।