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110 करोड़ के बैंक घोटाले में मुख्यमंत्री के जंवाई जी भी फंसे

नई दिल्ली। पीएनबी घोटाला क्या हुआ, जैसे भारत में बैंक घोटालों की बाढ़ आ गई है। घोटाले बरसों से होते रहे लेकिन खुलासे अब हो रहे हैं। रोटोमैक कंपनी के विक्रम कोठरी के बाद सीबीआई ने देश की सबसे बड़ी चीनी मिलों में से एक हापुड़ की सिम्भाऔली शुगर्स लिमिटेड से जुड़ा एक घोटाला उजागर किया है।  मिल पर बैंक के पैसे हजम कर जाने का आरोप है। इस मिल से पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दामाद का सीधा कनेक्शन है।

सीबीआई ने हापुड़ की एक शुगर मिल और उसके अधिकारियों के खिलाफ करीब 110 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी का केस कर्ज किया है।

सीबीआई  ने बताया है कि उपरोक्त चीनी मिल ने वर्ष 2012 में 5700 गन्ना किसानों को पैसे देने के नाम पर ओरिएंटल बैंक से 150 करोड़ रुपए का लोन लिया, लेकिन इसे निजी कार्यों में खर्च किया गया। पैसा वापिस न चुकाने के कारण यह लोन 2015 में एनपीए में बदल गया। किन्तु इसके बाद भी बैंक ने मिल को 109 करोड़ का लोन सेंक्शन कर दिया, ये भी आगे जाकर एनपीए में बदल गया, मतलब बैंक का पूरा पैसा डूब गया।

सीबीआई ने जो FIR दर्ज की है उसमें गुरमीत सिंह मान- चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के दामाद गुरपाल सिंह- डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर,  जीएससी- सीईओ, संजय टपरिया- सीएफओ, गुरसिमरन कौर मान- एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर- कमर्शियल, 5 नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और अन्य कुछ लोगों के भी नाम हैं। सीबीआई ने ये मुकदमा ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स की शिकायत पर दर्ज किया है।