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सावधान, कहीं आपके दस्तावेज तो चोरी नहीं हो गए !

 

जयपुर। जयपुर कमिश्नरेट पुलिस ने ऐसे गिरोह को पकड़ा है जो आम जनता के दस्तावेजों की फोटो कॉपी कराकर बड़े गिरोह को बेच देते थे। इसका मतलब यह हुआ कि कहीं आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पेन कार्ड या ऐसे ही किसी कार्य के लिए एजेंट को अपने दस्तावेज देना सेफ नहीं रहा।


दिल्ली और मुम्बई शहर में बड़े गिरोह सक्रिय हैं जो लाखों लोगों का डाटा इकट्ठा कर हजारों रुपए में बेच देते हैं।

पुलिस ने ‘डाटा की खान’ कहे जाने वाले शातिर सुनील निवासी टोडाभीम को गिरफ्तार किया है। यह लोगों के डाटा को हजारों रुपए में बेच देता था। उसके साथ ही इकराम को भी अरेस्ट किया है।


सुनील ने कबूल किया है कि वे किसी भी व्यक्ति का 50 लाख लोगों का डाटा 30 हजार रुपए में बेचते हैं।
सुनील पूर्व में गिरफ्तार इकराम के सम्पर्क में था और उसके साथ मिलकर ठगी की वारदात को अंजाम दे रहा था।

यह लोग बैंक में खाता खोलने, इंश्योरेंस करवाने, गाड़ी खरीदने के दौरान डॉक्यमेंट देने, पोस्टपेड कनेक्शन लेने वाले और जीपीआरएस उपयोग में लेने वाले लोगों का डाटा एजेंटों से सस्ते में खरीद लेते थे।

ख्वाब बड़े

सुनील खुद की कम्पनी खड़ी करना चाहता था। वह करोड़ों रुपए लगाकर अपने यहां नौकरों की बड़ी फौज खड़ी करना चाहता था जो उसके इशारे पर लोगों से ठगी कर सकें।

पकड़ा गया इकराम जामिया मिलिया इस्लामिया से पढ़ा है और इतिहास विषय में उसकी अच्छी पकड़ है। इकराम वर्ष 2014 से इस ठग गिरोह के सम्पर्क में था।