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कांग्रेस और तृणमूल ने किया लोकसभा से वाकआउट


नई दिल्ली। कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी के सांसद बीरेंद्र सिंह के बयान और नेशनल हेराल्ड मामले को लेकर गुरुवार को लोकसभा से वाकआउट कर दिया। दोनों पार्टियों ने यह कहकर वाकआउट किया कि जब तक शुक्रवार को सदन में विवादास्पद टिप्पणी करने वाले भाजपा सदस्य माफी नहीं मांगते या उन्हें निलंबित नहीं किया जाता, तब तक वे सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लेंगे।
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि दोनों ओर से ऐसी हरकतें हो रही हैं और वे किस-किस से माफी मांगने को कहें। उन्होंने कहा, ‘मैंने सदस्य से खेद प्रकट करने के लिए कहा था, अब मैं हाथ पकड़कर ऐसा नहीं करा सकती। यहां से भी विपक्ष ने आसन के ऊपर कागज फेंके हैं, उस पर भी मैं कुछ नहीं कह रही हूं।’
वहीं सरकार की ओर से कहा गया कि नियम केवल एकतरफा लागू नहीं हो सकते। एक तरफ कांग्रेस के सदस्य आसन के समीप आकर लगातार नारे लगाए हैं और आसन को घेरकर उपाध्यक्ष के ऊपर कागज फेंके हैं और दूसरी तरफ किसी एक सदस्य के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं, ऐसा कैसे होगा?
सदन में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने आरोप लगाया कि भाजपा सदस्य सदस्य वीरेन्द्र सिंह ने बुधवार को राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और सरकार उनका पूरा समर्थन कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार विपक्ष को अपमानित करने पर तुली है। अगर सरकार ऐसे सदस्य और उसकी टिप्पणी का समर्थन करेगी तब हम इसे बर्दाश्त करने वाले नहीं हैं। खडग़े ने कहा कि आज तीन तरह के माहौल बने हुए हैं। असहिष्णुता का माहौल, राजनीतिक बदले की भावना का माहौल और अब कुछ नहीं मिला तो अपमान करने का माहौल।
उन्होंने कहा कि जब तक संबंधित सदस्य को निलंबित नहीं किया जाता,या वह बिना शर्त माफी नहीं मांगते तब तक वे सदन में नहीं आयेंगे। तृणमूल कांग्रेस के सुदीप बंदोपाध्याय ने आरोप लगाया कि स्थिति से निपटने के लिए संसदीय कार्य राज्य मंत्री उम्मीदों पर खड़े नहीं उतरे हैं। उन्होंने कहा किसदस्य द्वारा खेद प्रकट करने में क्या हर्ज है। उनके ऐसा नहीं करने के विरोध में हम सदन से वाकआउट करते हैं।