News NAZAR Hindi News

इंदिरा रसोई में घोटाले का अंदेशा, एक ही आदमी की दो बार खींच रहे फोटो

 

अजमेर। विजय लक्ष्मी पार्क के निकट संचालित इन्दिरा रसोई में एक ही व्यक्ति की दो बार फोटो लिए जाने का मामला सामने आया है। शिकायत मिलने पर नगर निगम के डिप्टी मेयर नीरज जैन बुधवार रात मौके पर पहुंचे। उन्होंने इस संबंध में जिला कलेक्टर एवं नगर निगम आयुक्त से जांच कराने की मांग की है।

 

डिप्टी मेयर जैन का कहना है बुधवार रात उनके पास एक व्यक्ति का कॉल आया। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उनसे कहा कि वह विजयलक्ष्मी पार्क के निकट इन्दिरा रसोई में भोजन करने आया है। यहां उसकी दो बार फोटो ले ली गई है। जबकि नियमानुसार एक व्यक्ति की एक बार की फोटो लेनी चाहिए। उस व्यक्ति ने यह भी कहा कि वह जब भी इस इन्दिरा रसोई मे खाना खाने आता है। उसकी हर बार दो बार फोटो ली जाती है।

शिकायत मिलने पर जैन मौके पर पहुंचे। उन्होंने काउंटर पर बैठे व्यक्ति से संबंधित बात की तो उस व्यक्ति का कहना था कि वह ठेकेदार के कहने पर एक व्यक्ति की दो बार फोटो ले रहा है।

 

जैन ने इसे गंभीर मानते हुए नगर निगम आयुक्त सुशील कुमार और जिला कलेक्टर अंशदीप को सूचना दी। उन्होंने जैन से प्रकरण की जांच कराने की बात कही। जैन का कहना है की इंदिरा रसोई मे भोजन करने आया भक्ति तो आठ रुपये प्रति थाली के हिसाब से भुगतान करता ही है। ठेकेदार को प्रति थाली के अनुसार राज्य सरकार की ओर से भी भुगतान किया जाता है। ऐसे में एक व्यक्ति की दो बार फोटो लेना एक बड़े घोटाले की ओर इशारा करता है। इस संबंध में नगर निगम को जांच कराकर कार्रवाई करनी चाहिए।

 

यह है प्रक्रिया

राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने लोगों को कम कीमत पर पौष्टिक भोजन कराने के लिए जगह-जगह इंदिरा रसोई संचालित कर रखी है। इसमें लोगों को महज 8 रुपए में पांच रोटियां, सब्जी, दाल और अचार मुहैया कराया जाता है। भोजन करने आने वाले व्यक्ति की मोबाइल से फोटो ली जाती है और नाम, पिता का नाम मोबाइल एप में फीड किया जाता है।

 

इसके बाद व्यक्ति के मोबाइल पर एसएमएस भी आता है। यह प्रक्रिया पूरी होते ही रसोई संचालक के खाते में सरकार की तरफ से 12 रुपए अनुदान राशि आ जाती है। इस तरह इंदिरा रसोई संचालक को एक थाली के 20 रुपए मिलते हैं।

फर्जीवाड़ा करने वाले ज्यादा से ज्यादा अनुदान हड़पने के लिए फर्जी लाभार्थी दर्शाते हैं।