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गैंगस्टर आनन्दपाल के परिवार को न्याय दिलाने अजमेर में हुई चेतावनी सभा

अजमेर। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए गैंगस्टर आनन्दपाल सिंह के परिजन को न्याय दिलाने के लिए गुरुवार को राज्यभर से राजपूत समाज के लोग अजमेर में एकत्र हुए। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के बैनरतले उन्होंने दयानन्द महाविद्यालय के सामने स्थित एक समारोह स्थल पर चेतावनी सभा की।

इसमें करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने अजमेर लोकसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव में भाजपा को हराने की चेतावनी दी। सभा को लेकर प्रशासन कड़े सुरक्षा इंतजामात किए थे। सभा शांतिपूर्ण सम्पन होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।

आनन्दपाल एनकाउंटर के बाद परिजन एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग लेकर उसके शव का अंतिम संस्कार नहीं करने पर अड़ गए थे। कई दिनों के बाद समझौता होने पर अंतिम संस्कार किया गया।

करणी सेना का आरोप है कि राज्य की वसुंधरा सरकार ने समझौते की पालना तो दूर , एक भी वादा पूरा नहीं किया है। करणी सेना की मांग है कि आनंदपाल की पुत्री चीनू को दुबई से भारत लौटने में सरकारी तौर पर आश्वस्त किया जाए कि उसकी गिरफ्तारी नहीं की जाएगी। आनन्दपाल की सीज प्रोपर्टी रिलीज की जाए, एनकाउंटर की सीबीआई जांच कराई जाए, इस मुद्दे को लेकर किए गए आंदोलन के दौरान दर्ज मुकदमे वापस लेकर जेलों में बंद राजपूत समाज के लोगों को रिहा किया जाए।

गोगामेड़ी ने कहा कि फ़िल्म पद्मावती पर रोक को लेकर भी वसुंधरा राजे ने समाज की भावना के अनुकूल कदम नहीं उठाया है। इससे समाज में वसुंधरा सरकार के खिलाफ गहरा रोष है।

उन्होंने और अन्य वक्ताओं पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह गुढा, आनन्दपाल की मां निर्मल कंवर, रावणा राजपूत समाज के मूल सिंह गहलोत, ईश्वर सिंह जसोल आदि ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो विधानसभा उपचुनाव में करणी सेना भाजपा को हराने में जुटेगी।

लोगों ने भुगती परेशानी

करणी सेना ने चेतावनी सभा करने के लिए पिछले दिनों पटेल मैदान मांगा था लेकिन प्रशासन और नगर निगम ने इसकी अनुमति नहीं दी। बाद में प्रशासन ने निजी समारोह स्थल ‘दक्ष ‘ पर चेतावनी सभा करने की सशर्त अनुमति दी। एहतियात के तौर पर प्रशासन ने भारी जाप्ता तैनात किया। पुलिस के तमाम अफसर दयानन्द कॉलेज के आसपास व सभास्थल पर डटे रहे। कलेक्ट्रेट से लेकर ब्यावर रोड तक पुलिस के वाहन दौड़ते रहे। रास्ते में पहली बार जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस के जवान मुस्तैद दिखे। पुलिस प्रशासन ने रात में ही पूरे बेरिकेड्स भिजवा दिए। मैदान के बाहर राजपूत समाज के लोगों के वाहनों से ज्यादा पुलिस के वाहन खड़े देख वहां से गुजरने वाले शहरवासियों में भी कौतूहल रहा। पुलिस प्रशासन ने ब्यावर रोड चुंगी चौकी से यातायात डायवर्ट कर दिया। इससे आम शहरवासियों को भारी परेशानी उठानी पड़ी।

प्रशासन को मिली राहत

चेतावनी सभा में जब जिला कलेक्टर को ज्ञापन देने जाने की घोषणा हुई तो पुलिस अफसरों के होश फाख्ता हो गए। इस पर प्रशासन ने अतिरिक्त कलेक्टर (शहर) अरविंद सेंगवा को मौके पर ही ज्ञापन लेने भेज दिया। चेतावनी सभा शांतिपूर्ण सम्पन्न होने पर प्रशासन की जान में जान आई।

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