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मूर्तियों की चोरी : 4 साल की प्लानिंग पर 7 दिन में फिरा पानी


सिरोही। पिंडवाड़ा थाना क्षेत्र के नांदिया गांव में 5 जनवरी को रात को सांवला जी मंदिर से चुराई गयी मूर्तियों के अवशेषों को बरामद करके 7 दिन में 8 अभियुक्तों को गिरफ्तार भी कर लिया। खास बात यह है कि इन आरोपियों ने पूरे 4 साल तक रेकी करने के बाद इस वारदात को अंजाम दिया जबकि पुलिस महज 7 दिन में उन तक पहुंच गई।
पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि 5 जनवरी की मध्य रात्रि में अज्ञात चोरों ने नांदिया में स्थित सांवलाजी मन्दिर के ताले तोड़े। अन्दर प्रवेश कर सांवलाजी की मुर्ति के हाथ व अन्य भाग को खण्डित किया। उनके सामने ही स्थित गरूड भगवान की मुर्ति के भी आधे भाग को तोड दिया तथा पास में ही स्थित कृष्ण मन्दिर मे से भगवान श्री कृष्ण की मुर्ति को मन्दिर में से उखाड दिया । इसके बाद सांवलाजी के मूर्ति के हाथ व अन्य भाग, गरूड भगवान की मुर्ति का आधा भाग व श्री कृष्ण भगवान की मूर्ति के पांव को छोडकर पूरा हिस्सा अपने साथ चुराकर ले गये इसके अलावा  सांवलाजी के छतर की चांदी व सोने की बिन्दी भी अपने साथ चुराकर ले गये ।

ग्रामीणो का मानना है कि उक्त मन्दिर में स्थापित मुर्तिया हजारो वर्षो पुरानी है। मन्दिर की स्थापना उनके पूर्वजो के समय हो रखी है। हजारो वर्ष पुराना मन्दिर होने से यह मन्दिर ग्रामीणो की आस्था का मुख्य केन्द्र है।

6 जनवरी को सुबह जब पुलिस थाना पिण्डवाडा को उक्त मन्दिर मे हुयी चोरी की सूचना ग्रामीणो से पुलिस को मिली तब पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। जहां प्रातः भगवान के दर्शन हेतु आने वाले महिलाओ व अन्य श्रद्धालुओ की भीड लगी हुई थी। अपने आराध्य देव के मन्दिर के ताले तोडकर मूर्तियो के साथ हुयी तोडफोड को देखकर मौके पर महिलाओ का रो-रो कर बुरा हाल था।

ग्रामीणो ने नांदिया के बाजार बंद रखे तथा ग्रामीणो ने एकत्रित होकर चोरी का राजफाश नही होने पर आन्दोलन की चेतावनी दी। गांव नांदिया के मुख्य बाजार में अपना धरना दिया। पुलिस ने ग्रामीणो को आश्वासन देकर उक्त चोरी का अतिशिघ्र राजफाश करने का भरोसा दिलवाने पर ग्रामीणो ने अपना धरना उठाया। चोरी का पर्दाफाश नही होने पर पुनः गांव में आन्दोलन की चेतावनी दी
घटना की गंभीरता को देखते हुये एएसपी सरजीतसिंह व डीएसपी विक्रमसिंह ने घटनास्थल का निरीक्षण किया । पुलिस ने तुरंत एमओबी टीम सिरोही व एफएसएल टीम उदयपुर को भी मौके पर बुलाया ।

डाग स्क्वायड बुलवाया गया । मगर कोई विशेष सफलता हासिल नही हुयी। जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक सिरोही द्वारा  साईबर सैल को मूर्ति चोरी के पर्दाफाश का विशेष जिम्‍मा सौंपा। हेड कांस्टेबल भवानी सिंह , जगदीश व रमेश कुमार द्वारा डाटा का गहनता से विश्‍लेषण किया गया। साइबर सेल ने प्रकरण को ट्रेस आउट करने में सफलता प्राप्‍त की । जिसमें भवानी सिंह  हैड कानि का अहम योगदान रहा।

यूं दिया वारदात को अंजाम

आदर्श निवासी प्रवीण राजपुरोहित व विक्रम राजपुरोहित पिण्डवाडा स्थित सीमेंट फैक्ट्री में साथ साथ काम करते थे । प्रवीण राजपुरोहित ने अपने दोस्त विक्रमसिंह राजपुरोहित को उक्त मन्दिर व मन्दिर मे स्थापित मूर्तियो की अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में करोडों की कीमत के बारे बताया।

इस पर विक्रमसिंह राजपुरोहित ने अपने मित्र सुरेश रावल को इस मन्दिर के बारे में बताया। सुरेश रावल व विक्रमसिंह दोनो साथ साथ पिण्डवाडा आये। वहां से प्रवीण राजपुरोहित को साथ लेकर उक्त मन्दिर को देखने गये। प्रवीण ने इस काम के लिए इनको 20 हजार रू भी दिये थे।

तत्पश्चात सुरेश रावल ने अपने गांव के युनीस खान को भी इस मन्दिर के बारे मे बताया। इस पर एक बार पुनः सुरेश रावल व युनीस खां नांदिया आकर उक्त मन्दिर को देखकर गये। मन्दिर मे स्थापित श्यामवर्ण की सुन्दर मुर्तियो को देखकर विक्रमसिंह राजपुरोहित व सुरेश रावल ने उसी समय चेारी करने का मानस बना लिया था।

उक्त मुर्तिया प्राचीन होने से अन्तर्राष्ट्रीय बाजार मे इनको बेचा जाये तो का दाम मिलेगा । सुरेश रावल व युनीसखां अकेले इस मन्दिर मे चोरी नही कर पाए। इस कारण युनीसखां ने इस काम के लिये भीमाणा क्षैत्र के रहने वाले रेशमाराम गरासीया, शिवलाल गरासीया व धनाराम गरासीया को नांदिया के सांवलाजी मन्दिर में चोरी करने के लिये तैयार किया।

चोरी के दिन से तीन दिन पूर्व विक्रमसिंह राजपुरोहित व शिवलाल गरासीया नांदिया उक्त मन्दिर को देखने आये और विक्रमसिंह ने शिवलाल को मन्दिर की सभी मुर्तियो को दिखाया। रेशमाराम गरासीया, शिवलाल गरासीया व धनाराम गरासीया 5 जनवरी को मोटरसाईकील पर  नांदिया गांव आये और तीनो ने मन्दिर के ताले तोडकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया।

भगवान संवलाजी की मुर्ति से चोरी किये चांदी के जेवरात व सोने की बिन्दी को नाना निवासी कन्हैयालाल सोनी को बेच दिये थे जिसे भी पुलिस द्वारा बरामद करने के प्रयास किये जा रहे है।
-इन्हें किया गिरफ्तार
मंदिर में चोरी की घटना के मामले में पुलिस ने 8 लोगों को गिरफ्तार किया है। पाली जिले के धरोइया निवासी
रेशमाराम पुत्र मनाजी गरासीया व धनाराम पुत्र भीखाराम गरासिया, पाली जिले के ही लुनिफली कोयलवाव निवासी शिवलाल पुत्र जामताराम गरासीया, पुरोहित गली नाना निवासी विक्रमसिह पुत्र किशोरसिह राजपुरोहित, नाना निवासी युनीसखां पुत्र मेहराबखां गोदीपुत्र हुसैनखां, नाना के छीपावास निवासी सुरेशकुमार पुत्र भंवरलाल रावल, नाना गांव के घांचियों की गली निवासी कन्हैयालाल पुत्र हीराचंद सोनी, सिरोही के आदर्श गांव निवासी प्रवीण राजपुरोहित पुत्र केसाजी राजपुरोहित को गिरफ्तार किया।
रेशमाराम के विरूद्ध एक दर्जन से अधिक प्रकरण दर्ज हो रखे है। वहीं सुरेश रावल के विरूद्ध पूर्व में एक किलो सोने की चोरी करने का प्रकरण दर्ज हो रखा है। कन्हैयालाल सोनी आदतन चोरी का माल खरीदता है। अन्य गिरफतार अभियुक्‍तों के बारे में भी आपराधिक रिकार्ड प्राप्त किया जा है ।