News NAZAR Hindi News

VIDEO : फर्जी पत्रकारों पर हो कार्रवाई, नेशनल जर्नलिस्ट्स रजिस्टर लागू करने का प्रस्ताव पारित

 

जयपुर। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स, इंडिया (एनयूजेआई) की दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक का समापन रविवार को यहां विद्याधर नगर स्थित परशुराम भवन में हुआ। दो दिवसीय बैठक में संगठन से जुड़े वरिष्ठ पत्रकारों ने देश में पत्रकारिता और मीडिया पर आए संकट पर मंथन किया।

इसके अलावा पत्रकारिता व मीडिया को बदनाम और खराब करने वाले स्वार्थी और बेईमान लोगों के खिलाफ एकजुट होकर संघर्ष करने का संकल्प पारित किया है। जिसके तहत ऐसे लोगों पर अकुंश लगाने के लिए देश में नेशनल जर्नलिस्ट्स रजिस्टर लागू करने का प्रस्ताव भी सर्वसम्मति से पारित किया गया।

बैठक में पत्रकारों की सुरक्षा के लिए पत्रकार प्रोटेक्शन एक्ट लागू करवाने, प्रेस काउंसिल के स्थान पर मीडिया काउंसिल का गठन और इसमें तमाम पद पत्रकारों से भरने का प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में एनयूजेआई की आम सभा मार्च में रखने और एनयूजेआई के चुनाव के लिए वरिष्ठ पत्रकार रजत गुप्ता को चुनाव अधिकारी नियुक्त करने का फैसला किया।

 
 

प्रेस की आजादी पर अकुंश नहीं लगना चाहिए : सुभाष गर्ग

बैठक के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि सूचना एवं जनसंपर्क राज्यमंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रेस लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ है। लोकतंत्र की रक्षा, सुरक्षा में मीडिया की महती जिम्मेदारी है। प्रेस पर जनता विश्वास करती है। प्रेस की आजादी पर अकुंश नहीं लगना चाहिए, बल्कि प्रेस के रोल को कैसे बढ़ाया जा सकता है और इसे कैसे मजबूती दी जा सकती है। इस पर विचार किया जाना चाहिए। पत्रकारों के वेतन भत्तों, पत्रकार आवासीय कॉलोनी के आवंटन, पत्रकारों के बच्चों को निशुल्क शिक्षा समेत अन्य मामले में पत्रकारों का वकील बनकर मुख्यमंत्री से जार राजस्थान के मांग पत्र का निस्तारण करवाया जाएगा।

 

सुभाष गर्ग ने जार राजस्थान के मांग पत्र में फर्जी समाचार पत्रों की जांच और उनके खिलाफ एक्शन लेने की मांग को हिम्मत का काम बताते हुए कहा कि पत्रकारिता में बेईमान, स्वार्थी लोग घुस आए हैं। जिससे पूरी पत्रकारिता बदनाम हो रही है। इस पर अकुंश लगना चाहिए। सरकार इस पर कदम उठाएगी।

देखें वीडियो

गर्ग ने कहा कि पत्रकार अपनी जान की परवान किए बिना समाज के लिए दिन-रात कार्य करता है। ऐसे में सरकार का दायित्व बनता है कि उन्हें उचित और पर्याप्त सम्मानजनक वेजबोर्ड मिले और सुरक्षा दी जाए। सरकार इसके लिए कटिबद्ध है। सुभाष गर्ग ने मुख्यमंत्री से मिलकर जार राजस्थान की मांगों के संदर्भ में शीघ्र मिलने और उनके समाधान का आश्वासन दिया।

इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जार राजस्थान के संस्थापक सदस्य एवं वरिष्ठ पत्रकार गोपाल शर्मा ने वर्तमान में मीडिया और पत्रकारों पर संकट पर चर्चा करते हुए कहा कि तमाम तरह की दिक्कतों और मुश्किलों के बावजूद पत्रकारों को अपने कर्तव्य से अडिग नहीं होना चाहिए। पत्रकारों की कलम में बड़ी ताकत है। इस कलम की ताकत से महात्मा गांधी, लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक समेत कई सेनानियों से ब्रिटिश शासन को हिला कर दिया था। कई बार ऐसे भी संकट आ सकते हैं, जब आपकी कलम रोकी जाए, लेकिन हमें डरना नहीं, बल्कि लडऩा होगा। जनता का विश्वास जीतना होगा।

गोपाल शर्मा ने महात्मा गांधी का एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि योग्य सेनापति अपने समय, अपने मैदान और हिसाब से युद्ध की रणनीति बनाता है। ऐसे ही पत्रकार को भी सजग रहकर तमाम मुश्किलों के बीच अपनी कलम की ताकत को बनाए रखना होगा, तभी लोकतंत्र सुरक्षित रह सकेगा। गोपाल शर्मा ने पत्रकार सुरक्षा कानून समेत अन्य मांगों को लेकर तमाम पत्रकार संगठनों के साथ मिलकर संघर्ष करने का आह्वान किया और कहा कि बिना लड़े हक नहीं मिला करते हैं। एकता रहेगी तो हमारी आवाज को कोई टाल नहीं सकेगा।

बैठक में कांग्रेस नेता सीताराम अग्रवाल और राजस्थान ब्राह्मण महासभा के उपाध्यक्ष सुभाष पाराशर ने कहा कि पत्रकारों की कलम पर देश और देशवासी विश्वास करते हैं। इसी विश्वास के दम पर देश का लोकतंत्र बचा हुआ है। इस मौके पर एनयूजेआई के राष्ट्रीय महासचिव शिवकुमार अग्रवाल, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रास बिहारी, कोषाध्यक्ष सीमा किरण ने विचार रखे।

इन्हें किया सम्मानित

कार्यक्रम में जार पत्रिका, जार संवाद स्मारिका का विमोचन किया गया। वरिष्ठ पत्रकार एवं पिंकसिटी प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष लल्लू लाल शर्मा, समाचार जगत के संपादक तरुण रावल, पिंकसिटी प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष किशोर शर्मा, पंकज सोनी, सत्येन्द्र शुक्ला, इम्तियाज भाटी, पुरुषोत्तम जोशी को स्मृति चिन्ह प्रदान करके सम्मानित किया गया। इस मौके पर आयोजन में सहयोग करने पर विप्र फाउण्डेशन के राष्ट्रीय महामंत्री पवन पारीक, जगदीश पारीक, सुरेन्द्र जैन को सम्मानित किया गया।