अ से अपनत्व और अ से अहंकार। बिल्कुल दो विरोधी गुण। जहां अपनत्व हो वहां अहंकार नहीं हो सकता और जहां अहंकार हो वहां अपनत्व की बात बेमानी है। जब तक मन में अहंकार की अकडऩ है तब तक अपनत्व अंगड़ाई नहीं ले सकता। अगर बात समाज के परिपेक्ष्य में …
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