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उज्जैन चलो! महाकाल मन्दिर में शिव नवरात्रि शुरू

उज्जैन। मध्यप्रदेश की विश्व प्रसिद्ध तीर्थ नगरी उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मन्दिर में गुरुवार से शिव नवरात्रि शुरू हो गई है। शिव नवरात्रि में अलग-अलग नौ दिन भगवान महाकाल को श्रृंगारित कर वस्त्र एवं आभूषण के साथ पूजन-अर्चन किया जाएगा। अगले नौ दिनों तक यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटेगी।

वहीं, महाशिवरात्रि पर्व शुक्रवार त्रयोदशी प्रदोष 24 फरवरी को मनाया जायेगा। इस दिन भगवान महाकाल का श्रृंगार कर उनको कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुंडमाल, छत्र आदि से श्रृंगारित किया जायेगा।

महाशिवरात्रि महोत्सव के पूर्व महाकाल मंदिर में शिव नवरात्रि प्रारम्भ होती है और नवे दिन नवरात्र का समापन शिवरात्रि की महापूजा से होता है। अगले दिन भगवान महाकाल का विपुल फूलों से श्रृंगार किया जाता है, जिसे श्रद्धालु अगले दिन भगवान के सेहरे के दर्शन करते हैं।

श्री महाकालेश्वर मन्दिर प्रबंध समिति के प्रशासक अवधेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि महाकालेश्वर मन्दिर में गुरुवार से शिव नवरात्रि उत्सव शुरू हो गया, जो कि 24 फरवरी तक जायेगा।

प्रथम दिन मन्दिर के नैवेद्य कक्ष में भगवान चन्द्रमौलेश्वर का पूजन किया गया और इसके साथ ही शिव नवरात्रि उत्सव का शुभारंभ हुआ और महाकालेश्वर भगवान का पूजन कर नौ दिवसीय शिवनवरात्रि के पूजन का संकल्प लिया गया।

पं.घनश्याम शर्मा शासकीय पुजारी के आचार्यत्व में 11 ब्राह्मणों द्वारा श्री महाकालेश्वर भगवान का अभिषेक एकादश-एकादशमी रूद्रपाठ से किया गया। शाम को पूजन के पश्चात बाबा श्री महाकाल को नवीन वस्त्र धारण करवाये जायेंगे। प्रथम दिन वस्त्र धारण करेंगे।

शिवनवरात्रि में प्रतिदिन शाम को भगवान महाकाल को नवीन वस्त्र धारण कराये जायेंगे तथा नौ दिन तक बाबा महाकाल विभिन्न स्वरूपों में दर्शन देंगे, जैसे- शेषनाग, घटाटोप, छबीना, मनमहेश आदि स्वरूपों में बाबा महाकाल नौ दिन भक्तों को दर्शन देंगे।

ये होंगे कार्यक्रम

श्री महाकालेश्वर मन्दिर में भगवान महाकाल को शिवनवरात्रि के दूसरे दिन 17 फरवरी को शेषनाग श्रृंगार, 18 फरवरी को घटाटोप श्रृंगार, 19 फरवरी को छबीना श्रृंगार, 20 फरवरी को होलकर श्रृंगार, 21 फरवरी को मनमहेश श्रृंगार, 22 फरवरी को उमा-मनमहेश श्रृंगार, 23 फरवरी को शिवतांडव श्रृंगार, 24 फरवरी को महाशिवरात्रि श्रृंगार, 25 फरवरी को सप्तधान श्रृंगार के साथ ही प्रतिदिन कटरा, मेखला, दुपट्टा, मुकुट, मुंडमाल, छत्र आदि वस्त्र एवं आभूषण पहनाये जायेंगे।

श्री महाकालेश्वर मन्दिर के आसपास हार, फूल, प्रसाद सामग्री विक्रय करने वाले दुकानदारों को मन्दिर प्रशासन ने उद्घोषणा के माध्यम से दर्शनार्थियों को जबरिया हार-फूल की डलिया नहीं देने की चेतावनी दी है।

कलेक्टर संकेत भोंडवे ने निर्देश दिये हैं कि चेतावनी का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध धारा 151 के अन्तर्गत कानूनी कार्यवाही की जायेगी। इसके अलावा दुकानदारों को अपनी दुकानों को अपनी निश्चित सीमा में रखने, अतिक्रमण नहीं करने, चारपहिया व दोपहिया वाहन सडक़ पर खड़ा न रखने, निर्धारित पार्किंग स्थल पर ही वाहन रखने, सडक़ पर सामान बेचने वाले ठेले खड़े नहीं करने और महाकालेश्वर मन्दिर के आसपास पॉलीथीन की थैली का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाया है।