Breaking News
Home / breaking / माता चिंतापूर्णी का मशहूर आठ दिवसीय मेला शुरू, देशभर से उमड़ रहे भक्त

माता चिंतापूर्णी का मशहूर आठ दिवसीय मेला शुरू, देशभर से उमड़ रहे भक्त

उना। मशहूर मां चिंतापूर्णी का आठ दिवसीय मेला सोमवार से आरंभ हो गया है। हिमाचल प्रदेश के उना जिले में स्थित इस शक्तिपीठ में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए आने लगे हैं। श्रद्धालुओं की सच्चे मन से की गई पुकार मां शीघ्र सुनती हैं व उनकी चिंताओं को दूर कर उन्हें सुख-समृद्धि व सम्पन्नता का वरदान देती हैं।


श्रावण माह शुरू होते ही मां के भक्तों ने अपनी मनोकामना के साथ पैदल व साइकिलों पर मां के दरबार के लिए जाना शुरू कर दिया है।

यह है खासियत

52 स्थानों पर जहां-जहां सती के अंग गिरे थे वहां पर शक्तिपीठ स्थापित हुए। हिमाचल में मुख्यत: चामुंडा देवी नंदीकेश्वर में, माता ब्रजेश्वरी देवी कांगड़ा में, मां ज्वाला जी ज्वालामुखी में, मां नयना देवी आनंदपुर साहब में और मां छिन्नमस्तिका धाम चिंतपूर्णी में हैं।

पिंडी रूप में दर्शन

चिंतपूर्णी आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हर वर्ष बढ़ रही है। श्रावण अष्टमी मेले के दिनों में जालंधर से चिंतपूर्णी तक मार्ग में जगह-जगह लंगर लगाने वाली संस्थाओं के स्वयंसेवक बड़ी श्रद्धा से यात्रियों को प्रसाद ग्रहण करने की प्रार्थना करते हैं। इस मेले में आने वाले अनगिनत श्रद्धालु माता चिंतपूर्णी की पिंडी रूप के दर्शन कर कृतार्थ होते हैं।

31 तक चलेगा

24 से 31 जुलाई तक मनाए जा रहे मेले को लेकर मन्दिर ट्रस्ट और प्रशासन ने व्यापक तैयारियां की हैं। जिला ऊना प्रशासन तैयारियों में जुट गया है। मेले में देश-विदेश से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर भी बड़ी संख्या में हिमाचल पुलिस के जवान नियुक्त हैं जो कि अलग-अलग स्थानों पर तैनात रहेंगे। एस.डी.एम. के अनुसार मेले में भीड़ को देखते हुए उन्हें जल्द मां के दर्शन करवाने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।

यह भी पढ़ें

धनोप माता शक्तिपीठ की चमत्कारिक सिद्घि

ज्योता वाली माता ज्वालामाई

कुरूक्षेत्र में गिरा था देवी सती का दायां पैर, श्रद्धालु चढ़ाते हैं घोड़े

 

Check Also

सर्वसम्मति से मौसर-गंगा प्रसादी पर पाबंदी का निर्णय

अजमेर। शिक्षा और सामाजिक जागरूकता बढ़ने के साथ ही कई समाज अब कुरीतियों से किनारा …