News NAZAR Hindi News

…क्योंकि वह गहलोत का जमाई था!

उदयपुर। खान मालिक गोविन्द अग्रवाल उस समय खान विभाग के महाघूसखोरों पर भारी पड़ गया जब उसने तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के जमाई को ही नौकरी पर रखकर अपना दस फीसदी का पार्टनर बना लिया। जैसे ही खान सचिव अशोक अशोक सिंघवी और बिचौलिए सेठी को इसका पता चला तो उन्होंने अपने हाथ पीछे खींच लिए। इसका हवाला एसीबी की पेश की गई चार्जशीट में दिया गया है।

एसीबी ने गुरुवार को महाघूसकाण्ड के आरोपी निलंबित खान सचिव सहित आठ जनों के खिलाफ यहां एसीबी कोर्ट में चालान पेश किया था।

एसीबी ने अदालत में पेश चार्जशीट में खान सचिव अशोक सिंघवी और दलाल संजय सेठी के बीच में हुई बातचीत का खुलासा किया है। जिसमें लिखा है कि खान सचिव अशोक सिंघवी और बिचौलिए संजय सेठी ने सावा में खान मालिक शेरखान को ब्लैकमेल करने से पहले उदयपुर के खान मालिक गोविन्द अग्रवाल को भी ब्लैकमेल करने का प्रयास किया था।

इसके लिए पहले बिचौलिए संजय सेठी के कहने पर गोविन्द अग्रवाल को नोटिस दिया था। जैसे ही नोटिस मिला तो गोविन्द अग्रवाल ने खेल खेला। अग्रवाल ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के जमाई पीयूष कच्छावा को अपने यहां काम पर रख लिया और माइंसों में 10 प्रतिशत का हिस्सेदार बना दिया।

माइंस विभाग की ओर से मिले दूसरे नोटिस के बाद संजय सेठी ने फोन पर बात की तो गोविन्द अग्रवाल ने अपने 10 प्रतिशत के पार्टनर पीयूष कच्छावा के माध्यम से अशोक गहलोत को शिकायत करवा दी। गहलोत ने भी कच्छावा को निश्चिंत रहने का आश्वासन दिया।

जैसे ही यह मामला खान सचिव अशोक के पास पहुंचा तो अशोक सिंघवी ने इसे गोविन्द अग्रवाल की माइंसों का मामला ठण्डे बस्ते में डाल दिया और अग्रवाल की माइंसों में कोई बड़ी गलती तलाशने के लिए दलाल संजय सेठी को कहा ताकि ऐसी कार्रवाई की जा सके की अग्रवाल रिश्वत देने पर मजबूर हो ही जाए। खान सचिव सिंघवी और दलाल सेठी के बीच हुई बातचीत में गोविन्द अग्रवाल की 500 करोड की सम्पत्ति का हवाला भी शामिल है।
निलम्बित खान सचिव सिंघवी और दलाल संजय सेठी की बातचीत
सिंघवी – हेलो, गोविंद अग्रवाल गया वापस उदयपुर पता नहीं
सेठी – मैंने उसे कहा कैसे कमाई कर रहे हो, फैक्ट्री बनाने में अभी 16 करोड़ रुपए लगाए हैं। 500 करोड़ की प्रोपर्टी है उदयपुर जोन में।
सिंघवी – अच्छा
सेठी – पंकजजी मेरे को कह रहे हैं राज मेरे पास रो रहा था। इसने तो इतना बदनाम किया उस टाइम कच्छावा को रखा था नौकरी पर कच्छावा नहीं है वो इनके भतीजी जंवाई।
सिंघवी- किनका
सेठी – अशोक गहलोत का.. कांग्रेस आते ही उसको रख दिया था 10 फीसदी साझेदारी में इसी माइंस में।
सिंघवी – गोविंद अग्रवाल
सेठी – कच्छावा से इसने कहलाया था सिंघवी चोर है
सिंघवी – अग्रवाल ने किसको कहलाया था
सेठी – गहलोत को
सिंघवी – कच्छावा कौन है।
सेठी – गहलोत के भाई की बेटी ब्याही है, कच्छावा उदयपुर में रहता है। आपके पास आए तो बता देना।
सिंघवी – गोविंद की कितनी माइंस बंद करवाई?
सेठी – पहले ये बंद करेंगे जो अभी मैटर चल रहा है
सिंघवी – हां कराओ..एक कागज ऐसा पुख्ता करो मैं यहां रहूं या नहीं..दो चार साल केस चलता रहे साले की अरावली क्षेत्र में डाल दो
सेठी – अरे कर देंगे सर, ऐसे ही कर देंगे।