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सिलेंडर ब्लास्ट में मृतक संख्या 10 हुई, मुख्यमंत्री वसुंधरा पहुंचीं, छीपा परिवार को बंधाया ढाढस

मलबे में से लोगों को निकालकर एम्बुलेंस तक पहुंचते क्षेत्रवासी।

न्यूज नजर डॉट कॉम

अजमेर। ब्यावर शहर में शुक्रवार शाम एक छीपा परिवार के विवाह समारोह में गैस सिलेंडर धमाकों के बाद मलबे में दबकर मरने वालों की संख्या 10 तक पहुंच चुकी है। शनिवार शाम मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ब्यावर पहुंचकर अमृतकौर अस्पताल में घायलों की कुशलक्षेम पूछी। छीपा परिवार के लोगों को ढाढस बंधाया।

बाद में उन्होंने अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में उपचाररत घायलों का भी हालचाल पूछा। सीएम ने मृतकों को 2-2 लाख रुपए और घायलों को 50 हजार की सहायता की घोषणा की। श्री सीमेंट ने भी मृतकों को 1-1 लाख की सहायता राशि की घोषणा की।

सीएम ने नसीराबाद छावनी से सेना की मदद से मलबा हटवाने को भी कहा। उनके साथ चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ, शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी, महिला एवं बाल कल्याण राज्यमंत्री अनिता भदेल सहित कई जनप्रतिनिधि भी थे। उधर, कई समाजबंधु और अन्य समाजसेवी भी राहत कार्य में जुट गए हैं।

ब्यावर में नन्दनगर स्थित कुमावत भवन में लड़के की शादी में मेल की दावत के दौरान रसोई गैस सिलेंडर फट गया और 3 सिलेंडरों में धमाके हो गए। इससे समारोह स्थल की छत गिर गई। मलबे में दबने से 10 जनों की मौत हो गई जबकि कई घायल अब भी अजमेर-ब्यावर के अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। कल रात तक 5 जनों की मौत की पुष्टि हुई जबकि आज 5 और शव मलबे में मिले हैं। कुछ लोग अब भी लापता हैं।

 सूचना मिलते ही अजमेर से जिला गौरव गोयल और पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र चौधरी भी ब्यावर पहुंच गए। स्थानीय विधायक शंकर सिंह रावत, एसडीएम पीयूष समारिया, एएसपी छुगसिंह सोढा आदि तत्काल पहुंच गए। प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए NDRF की टीम बुलवा ली। देर रात तक मलबा हटाना जारी है। कुछ लोग मलबे में फंसे हो सकते हैं। मरने वालों में पीपाड़ निवासी बसंत और हाउसिंग बोर्ड निवासी हितेश भाटी सहित 10 लोग हैं।

पुलिस अधीक्षक के साथ मौके पर पहुंचे कलेक्टर।

नन्द नगर निवासी कालू पाटनेचा छीपा के बेटे हेमन्त की शनिवार को बारात जोधपुर जानी थी। शुक्रवार शाम को चांग चितार रोड स्थित कुमावत भवन में मेल का खाना होना था।

शाम करीब साढ़े पांच बजे खाना बना रहे हलवाई ने एक सिलेंडर से दूसरे सिलेंडर में गैस रिफिलिंग की तो अचानक एक सिलेंडर ने आग पकड़ ली। घबराहट में हलवाई ने जलता सिलेंडर फेंक दिया। यह सिलेंडर धमाके के साथ फट गया और भवन की छत गिर गई।
करीब दो दर्जन लोग मलबे में दब गए।

मौके पर उमड़ी भीड़।

धमाका इतना जोरदार था कि आस-पास के करीब 12 मकानों को भी नुकसान पहुंचा। घायलों को मलबे से निकालकर अमृतकौर अस्पताल पहुंचाया गया। यहां से कुछ को अजमेर रेफर किया गया। देर रात तक मलबा हटाने की कवायद जारी रही। कुछ लोग मलबे में दबे होने की आशंका है। दूल्हे की मां आचुकी सहित कुछ लोग लापता बताए जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि पीपाड़ से पीहर पक्ष के लोग मायरा भरने आए हुए थे। उनमें भी कई लोग हताहत हुए हैं। खुद दूल्हा बाल-बाल बच गया। वह मेहंदी लगवाते वक्त पीक थूकने वहां से हटा था। धमाका इतना तेज था कि छत पर बैठा एक बच्चा वंश कुमावत 20 फीट ऊपर उछल गया। गनीमत रही कि उसकी जान बच गई।

पास वाला मकान ढहाया

जिला कलेक्टर ने तहस नहस हुए कुमावत भवन के पास वाले क्षतिग्रस्त मकान को भी गिरवा दिया है। इसके अलावा आसपास के भवनों को हुए नुकसान का pwd से सर्वे कराकर मुआवजा देने की बात कही।

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