जोधपुर। सूर्य के धनु राशि में बुधवार दोपहर 2.41 बजे प्रवेश करने के साथ ही मलमास प्रारंभ हो गया। इस एक माह की अवधि के दौरान मांगलिक कार्यों पर विराम रहेगा। शास्त्रों में मान्यता के अनुसार मलमास में दान-पुण्य, जप-तप तीर्थों पर स्नान के साथ धार्मिक कार्यों में भाग लेने पर पुण्य फल की प्राप्ति होती है। इस दौरान सभी तरह के शुभ कार्य वर्जित रहते हैं। मलमास में सूर्यनगरी में साधु-संतों के सान्निध्य में कथाओं के साथ धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। मलमास में शनि संबंधी वस्तुओं के दान करने की परंपरा है। साथ ही तेल से बनी वस्तुएं दान करने और खाने से शनि के प्रकोप को कम करने की मान्यता भी है।
Check Also
26 अप्रैल शुक्रवार को आपके भाग्य में क्या होगा बदलाव, पढ़ें आज का राशिफल
वैशाख मास, कृष्ण पक्ष, द्वितीया तिथि, वार शुक्रवार, सम्वत 2081, ग्रीष्म ऋतु, रवि उत्तरायण, …