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‘जिंदा-मुर्दा चाय वाले’ को 16 साल बाद मिला न्याय

वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक शख्स को 16 साल की लंबी लड़ाई के बाद जिला प्रशासन ने आखिरकार उसकी जमीन दिलाकर उसे जिंदा होने का सम्मान दिलाया।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह ने जनसुनवाई के बाद मौके पर पहुंचकर राम मूरत सिंह उर्फ मैं जिंदा हूं को उसके हिस्से की जमीन दिलाई। आरोप है कि भू-माफियाओं ने साजिश के तहत सरकारी दस्तावेजों में चौबेपुर निवासी राम मूरत को 2003 में मृत साबित कर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया था और तभी से वह खुद को जिंदा होने की लड़ाई रहा था।

राम मूरत अपने गले में बैनर लटकाकर वाराणसी, लखनऊ से लेकर दिल्ली तक पिछले 16 वर्षों से लोगों को बताता रहा कि वह जिंदा हैं, लेकिन तकनीकी तौर पर प्रशासन मानने को तैयार नहीं था। ‘तेरहवी हो गई, मगर मैं जिंदा हूं’ एवं ‘जिंदा मुर्दा चाय वाले’ लिखे बैनर गले में लटकाए उसके दिल्ली के जंतर मंतर पर विरोध का तरीका एक समय चर्चा का विषय बना लेकिन उसे न्याय नहीं मिला। जिलाधिकारी की दिलचस्पी के बाद उसे न्याय मिला और अब वह बेहद खुश है।

अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सिंह जिला मुख्यालय स्थित राइफल क्लब में जनसुनवाई के दौरान थाना चौबेपुर के ग्राम छितौनी निवासी राम मूरत सिंह (मैं जिंदा हूं) द्वारा उनके जमीन पर स्थानीय नारायण सिंह, विनोद सिंह, सर्वजीत यादव एवं अरविंद द्वारा साजिशन अवैध कब्जा कर लिए जाने की किए गए शिकायत को गम्भीरता से लिया। उन्होंने नगर मजिस्ट्रेट, उपजिलाधिकारी सदर, कानूनगो, थाना प्रभारी चौबेपुर एवं क्षेत्रीय लेखपाल को लेकर मौके पर पहुंचे राम मूरत सिंह की जमीन की नाप अपनी मौजूदगी में कराई।

जिलाधिकारी ने राम मूरत द्वारा लगाए गए आरोपों के मद्देनजर गांव में मौजूद ग्रामीणों से जमीन से संबंधित जानकारी भी ली। इसके बाद वहां मौजूद राजस्व लेखपाल, कानूनगो एवं उपजिलाधिकारी को निर्देशित किया कि खतौनी के आधार पर राम मूरत सिंह का जितना हिस्सा बनता है उतना नापी करते हुए निशान लगा दिया जाए और भविष्य में यदि जमीन पर अवैध तरीके से पुनः कब्जा किए जाने की सूचना मिलती है, तो संबंधित व्यक्ति के ऊपर भू-माफिया कानून के तहत कार्रवाई की जाए।

सिंह ने थानाध्यक्ष चौबेपुर को निर्देशित किया कि भूमाफियाओं पर जमीन प्राथमिकी दर्ज करें तथा भविष्य में इस तरह की समस्याओं में कड़ी कार्रवाई करें ताकि कोई भी गलत कार्य न करें।

सिंह ने जनसुनवाई के दौरान शौचालयों के निर्माण कार्य अवरुद्ध होने की जानकारी पर नाराजगी व्यक्त करते हुए चौबेपुर थाना प्रभारी को विवाद करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया। मौके पर मौजूद किसानों से जिलाधिकारी ने वृक्षारोपण किए जाने की अपील करते हुए कहा कि किसान गड्ढा खोदे और प्रशासन के सहयोग से वृक्षारोपण करें।

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