मुरादाबाद। आमतौर पर शादी वीआईपी के साथ फोटो खिंचवाने के लिए लोग लालायित रहते हैं, मगर यहां उलटा मामला सामने आया है। एक मुस्लिम जोड़े ने आशीर्वाद समारोह में खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ फोटो खिंचवाने और उनके हाथ से विवाह प्रमाण पत्र लेने से इनकार कर दिया।
दरअसल सोमवार को यहां सर्वधर्म सामूहिक विवाह समारोह हुआ। इसमें 2754 जोड़ों का विवाह कराया गया था। इस दौरान एक अजीब मामला सामने आया। इससे अधिकारी भी परेशान हो गए।
सभी धर्म के 11 जोड़ों को मंच पर ले जाकर सीएम से प्रमाण पत्र दिलाने का कार्यक्रम था। लेकिन जिन 11 जोड़ों को चुनकर लाया गया था, उनमें एक मुस्लिम जोड़े ने मंच पर जाने से इन्कार कर दिया। अधिकारियों ने बार-बार मंच तक ले जाने का प्रयास किया, लेकिन मुस्लिम जोड़े ने मंच पर चढ़ने से मना कर दिया।
सामूहिक विवाह समारोह में जनपद के गजरौला से आए जाने आलम और निशा का नाम उन लोगों में शामिल था, जिन्हें सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा सामूहिक विवाह का प्रमाण पत्र लेना था। लेकिन, यह जोड़ा मंच के पास पहुंचते ही इन्कार करने लगा। अधिकारियों ने काफी समझाया, मंच की सीढ़ी तक तो पहुंच गए, पर वहां जाकर स्पष्ट मना कर दिया और उनका हाथ तक झटक दिया।
लेकिन, इस दौरान शोर शराबा सुनकर मुख्यमंत्री की सुरक्षा में लगे कर्मी सक्रिय हो गए। इस दृश्य को देखकर सीएम की सुरक्षा में लगे अधिकारियों ने उन्हें जाने से रोकने के साथ वापस भेज दिया। इनके स्थान पर आनन-फानने में दूसरे जोड़े को मंच तक ले जाया गया।
जब इस जोड़े से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वह किसी तरह की वीडियो और फोटो नहीं खिंचवाना चाहते हैं। श्रम विभाग की ओर से दिए गए पहचान पत्र में सेक्टर-17 और कूपन संख्या 392 लिखा था। पूछताछ में दोनों ने अपने गांव का पता भी बताने से इन्कार कर दिया। इन दोनों की हरकतों को देखकर अधिकारी भी हैरान थे।