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जियो समर सरप्राइज पर क्यों हुआ हंगामा, पढ़ें पीछे की सच्चाई

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नई दिल्ली। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ट्राई के चेयरमैन आर.एस. शर्मा ने साफ कहा है कि नियामक ने रिलायंस जियो को उसकी ‘प्रोत्साहन’ सेवा पेशकश बंद करने को कहा है। क्योंकि उसकी यह सेवा नियमों के अनुरूप नहीं है। माना जा रहा है कि अगर जियो का यह ऑफर जारी रहता तो उद्योग का वित्तीय दबाव और बढ़ता। इसका प्रतिकूल असर बैंकों और उपकरण विनिर्माताओं पर भी नजर आता।

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दूरसंचार नियामक ने मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो से कहा कि न्यूनतम 303 रुपए के भुगतान पर असीमित data इस्तेमाल और मुफ्त कॉल की तीन महीने की प्रोत्साहन पेशकश वाली अपनी योजना को वापस ले।
यह आदेश तब आया है जबकि जियो ने घोषणा की थी कि उसके ‘पेड’ यानी भुगतान करने वाले ग्राहकों की संख्या 7.2 करोड़ हो गई है। साथ ही कंपनी एकबारगी 99 रुपए के भुगतान पर प्राइम सदस्यता लेने की मोहलत 15 दिन बढ़ाकर 15 अप्रैल कर दी।
रिलायंस जियो ने कहा कि वह ट्राई के फैसले को स्वीकार करती है और नियामक की सलाह के पूर्ण अनुपालन की प्रक्रिया में है।

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ट्राई ने हालांकि, इससे पहले रिलायंस जियो की प्रोत्साहन पेशकश में कुछ भी गलत नहीं पाया। रिलायंस ने इससे पहले सेवा की शुरुआत करते समय नि:शुल्क डाटा और वॉयस कॉल की पेशकश की थी। इस पेशकश के दौरान 10 करोड़ उपयोक्ता रिलायंस जियो के साथ जुड़े। इनमें से अब 7.20 करोड़ ग्राहकों ने भुगतान के साथ सेवा को अपनाया है।

ट्राई के सचिव सुधीर गुप्ता ने कहा कि नियामक ने रिलायंस जियो से यह स्पष्ट करने को कहा था कि कैसे उसकी ‘समर सरप्राइज’ पेशकश नियामकीय ढांचे के अनुकूल है। इस बारे में कंपनी ने जो जवाब दिया है वह संतोषजनक नहीं है।
गुप्ता ने बताया कि एक अप्रैल को हमने जियो से प्रोत्साहन पेशकश के बारे में कुछ ब्योरा मांगा था। उन्हें पांच अप्रैल को बातचीत के लिए बुलाया गया था। हमने उनसे यह बताने को कहा था कि कैसे उनकी पेशकश नियामकीय ढांचे के अनुकूल है। जियो ने जो स्पष्टीकरण दिया है वह संतोषजनक नहीं है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि जिन ग्राहकों ने पहले ही यह योजना ले ली है वे जून अंत तक इसका लाभ ले सकते हैं। उन्होंने कहा कि जियो को कम से कम से कम संभव समय में इस योजना को वापस लेना होगा।
गुप्ता ने कहा कि बड़े नेटवर्क में कोई सेवा रोकने में समय लगता है। यह कुछ घंटे में हो सकता है या फिर एक या डेढ़ दिन में हो सकता है। गुप्ता ने स्पष्ट किया कि प्रोत्साहन योजना 15 अप्रैल तक नहीं चलाई जा सकती।
सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया सीओएआई ने कहा कि ट्राई के तीन माह के प्रोत्साहन पेशकश को रोकने के कदम से उद्योग के राजस्व में गिरावट को थामा जा सकेगा।
सीओएआई के महानिदेशक राजन मैथ्यू ने कहा कि जब नियामक सभी के लिए समान अवसर उपलब्ध कराता है, तो बाजार ताकतें सही मूल्य बिंदु तय करती हैं।
उन्होंने कहा कि हम ट्राई के इस फैसले की सराहना करते हैं, क्योंकि यदि इस पेशकश को जारी रखा जाता तो उद्योग का वित्तीय दबाव और बढ़ता। इसका प्रतिकूल असर बैंकों और उपकरण विनिर्माताओं पर भी नजर आता।

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