पटना। मुख्यमंत्री दर्शन योजना के तहत पूर्वी चंपारण जिले से पटना घूमने आए बच्चों के साथ बुरी बीती। स्कूल प्रबंधन और सरकार की लापरवाही के कारण बच्चों को रात फुटपाथ पर काटनी पड़ी। गनीमत रही कि रात में कोई हादसा नहीं हुआ। अब मामला सामने आने के बाद अफसरों में हड़कम्प मचा है।
पूर्वी चंपारण कोटवा प्रखंड के राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय मच्छरगावां के बच्चों को मुख्यमंत्री दर्शन योजना के तहत पटना घुमाने के लिए लाया गया। यहां चिड़ियाघर घूमने के बाद रात हो गई। स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को किसी धर्मशाला या होटल-गेस्ट हाउस में सुलाने की बजाय चिड़ियाघर के बाहर ही फुटपाथ पर सुला दिया। जिस फुटपाथ पर बच्चों को सुलाया गया था, वहां पर अकसर कई हादसे होते रहते हैं। गनीमत रही कि बच्चों के साथ कोई हादसा नहीं हुआ।
स्कूल प्रबंधन ने पहले बहाना बनाया कि बस खराब होने के कारण बच्चों को फुटपाथ पर सुलाया गया लेकिन बाद में हेडमास्टर ने गलती मानी कि व्यवस्था के अभाव में बच्चों को फुटपाथ पर सुलाना पड़ा।
हैरान कर देने वाली बात यह भी है कि बच्चे और उनके साथ आए शिक्षक-शिक्षिकाएं सारी रात फुटपाथ पर सोए रहे लेकिन किसी भी सरकारी अधिकारी और पुलिस टीम की नजर बच्चों पर नहीं पड़ी।