पटना। बिहार में बुधवार को राजनीतिक घटनाक्रम तेजी से चला। नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इस्तीफा देते हुए महागठबंधन तोड़ा तो भाजपा ने उन्हें समर्थन का ऐलान कर दिया। बुधवार को नीतीश के इस्तीफे के तुरंत बाद सीएम आवास में बीजेपी और जेडीयू विधायकों की बैठक हुई। देर रात भाजपा और जदयू ने राजभवन जाकर राज्यपाल को सरकार बनाने का दावा पेश किया और इसकी चिट्ठी सौंपी।
इधर, तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर बताया कि सबसे बड़ा दल होने के नाते राष्ट्रीय जनता दल भी सरकार बनाने का दावा पेश करेगा। तेजस्वी ने बताया कि उन्होंने राज्यपाल से समय मांगा है। यह गुरुवार सुबह 11 बजे राज्यपाल से मुलाकात करेंगे। लेकिन नीतीश कुमार ने गुरुवार सुबह लगभग 10 बजे ही मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली और सुशील मोदी ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली। सुशील मोदी ने 132 विधायकों के समर्थन का दावा किया है।
ऐसे माहौल में काम करना मुश्किल हो गया था
इससे पहले नीतीश कुमार ने बुधवार राज्यपाल से मुलाकात कर अपना इस्तीफा सौंप दिया। इसके साथ ही राज्य में पिछले 20 माह से चल रहा जदयू-राजद और कांग्रेस का महागठबंधन टूट गया है। राजभवन से लौटने के बाद नीतीश कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा कि जैसा माहौल चल रहा था उसमें काम करना मुश्किल हो गया था। मैंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर इस्तीफा दिया है।
नीतीश ने कहा कि गठबंधन धर्म का पालन करने का पूरा प्रयास किया, काम कुछ भी करता, चर्चा सिर्फ एक ही बात की हो रही थी। अब माहौल काम करने लायक नहीं बचा था। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमने किसी का इस्तीफा नहीं मांगा। पर जो भी आरोप लगे हैं उन पर सफाई दिया जाना जरूरी है। राज्य में आम जनता के बीच जो अवधारणा बन रही है उसे ठीक करने की जरूरत है। हमने इतने दिनों तक इंतजार किया और लगा कि अब काम नहीं हो पाएगा। इस मुद्दे पर हमने राहुल गांधी से भी बात की। पर कोई हल नहीं निकलता नहीं दिखा।
लालू बोले-नीतीश पर भी तो हत्या का आरोप है
नीतीश के इस्तीफे के बाद लालू यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार में सबकुछ पहले से ही सेट था। लालू यादव ने नीतीश पर पलटवार करते हुए कहा- ये कैसी ईमानदारी है, नीतीश पर भी तो हत्या का आरोप है। भ्रष्टाचार के आरोप से हत्या का आरोप बड़ा है। लालू यादव ने नया फार्मूला सुझाते हुए कहा कि न नीतीश न तेजस्वी कोई तीसरा मुख्यमंत्री बने और महागठबंधन की तीनों पार्टियां बैठकर इस बात पर फैसला करें।
कैसे बनेगी सरकार?
जेडीयू के पास 71 विधायक हैं, भाजपा के 58 विधायक, आरजेडी के 80 और कांग्रेस से 27 विधायक हैं। अन्य के 7 एमएलए हैं। कुल सीटें 243 हैं।