झुंझुनूं। गोवला-नाटास के बीच जोहड़ में करीब 100 गायें मृत पड़ी मिलने के मामले में प्रशासन और पुलिस दोनों हरकत में आ गए हैं। मेडिकल टीम ने मौके पर पहुंचकर मृत गायों की जांच की और आवश्यक नमूने भी लिए। जांच से मालूम किया जाएगा कि इन गायों की मौत का कारण जहर तो नहीं। साथ ही मामले की जांच के लिए गुढ़ागौडज़ी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची और आवश्यक जांच शुरू की। थानाधिकारी की मानें तो जांच मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद तेज होगी।
शुरुआती जांच में सामने आया है कि गोवला की गौशाला में गौवंश रोजाना मौत का शिकार हो रहा है। इसके बावजूद गौशाला संचालकों का कहना है कि उनकी गौशाला को बदनाम करने के लिए गलत आरोप लगाए जा रहे हैं। उनकी गौशाला में पूरी सार संभाल हो रही है।
जबकि उनकी ही गौशाला के हाल यह हैं कि आठ दिन में 13 गायों की मौत की दास्तां तो गौशाला का रजिस्टर बयां कर रहा है। उधर, मृत सभी गायों का चमड़ा गायब होना भी जांच का विषय बन गया है। माना जा रहा है कि षड्यंत्र के तहत गायों को मारा जा रहा है और फिर उनका चमड़ा उतारकर उसकी तस्करी की जा रही है। ग्रामीणों ने तो गौशाला को ही कत्लखाना बना देने तक के आरोप लगाए हैं। उधर, गौ रक्षा दल के सदस्यों ने इस मामले में एसपी निवास पर प्रदर्शन किया और मामले की जांच कराने की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि अगर मामले की जांच नहीं की जाती है तो आने वाले सात दिनों के बाद आंदोलन शुरू किया जाएगा।