अजमेर। बचपन से जिस बेटी को कलेजे से लगाकर पाला, उसे बाबुल भला अकेला कैसे छोड़ सकता था। दिमागी रूप से बच्ची अपनी जवान बेटी का गम बाबुल को अंदर ही अंदर खाए जा रहा था। आखिरकार बेबस बाबुल ने एक कड़ा कदम उठाया। उसने पहले अपनी लाडो को इस दुनिया से विदा किया और फिर खुद भी जहर खाकर दुनिया छोड़ दी शायद यह सोचकर कि अब अगली दुनिया में भी वह बेटी का खयाल रख सकेगा।
पुलिस के अनुसार नगरा क्षेत्र निवासी राम बाबू खण्डेलवाल अपनी बेटी की बीमारी को लेकर परेशान था। उसकी बेटी मानसिक रूप से विकसित नहीं हुई थी। वह न तो बोल सकती थी न ही चल सकती थी। पिता ही उसकी देखभाल किया करता था। इसी वजह से 2 साल पहले उसने नौकरी भी छोड़ दी थी।
बेटी की हालत को लेकर वह अवसाद में था। बुधवार रात उसने पहले बेटी को जहर देकर मारा फिर खुद खा लिया।
आज सुबह जब पड़ोसियों ने दूधवाला आने पर उनके नहीं जागने पर दरवाजा खोला तो दोनों को मृत पाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।