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बायीं करवट सोना है ‘सोना’, जानिए सही तरीका

न्यूज नज़र : क्या आप जानते हैं कि सोने का सही तरीका बायीं करवट लेटना है। इससे गहरी नींद आती है और रक्त का संचार भी सही तरीके से होता है। बाएं करवट लेट कर सोने से कई बीमारियां, दिल का रोग, पेट संबंधित खराबी, थकान, पेट का फूलना और अन्य शारीरिक समस्याएं हल हो सकती हैं।

आराम से खाना हजम
बायीं करवट सोने से पेट और अग्न्याशय अपना काम जो कि खाना पचाने का कार्य है, उसको आराम से करने लगते हैं। अग्न्याशय से एंजाइम सही समय पर निकलना शुरु होता है।

खाया गया भोजन भी आराम से पेट के जरिए नीचे पहुंचता है और आराम से खाना हजम हो जाता है। जिन लोगों का हाजमा गड़बड़ रहता है और बदहजमी की शिकायत रहती है, उन्हें डाक्टर बायीं करवट लेटने की सलाह देते हैं।

दिल स्वस्थ
खाना हजम हो जाए इसके लिए मुनासिब है कि बायीं करवट सोया जाए ताकि लीवर और हाजमे के सिस्टम पर कोई दबाव न पड़े और वह अपना काम आसानी से कर ले। बायीं करवट सोने से ग्रेविटी, भोजन को छोटी आंत से बड़ी आंत तक आराम से पहुंचाने में मदद करती है। इस वजह से सुबह के समय पेट आराम से साफ होगा। हमारे शरीर से गंदगी निकालने का सबसे ज्यादा कार्य लीवर और किडनियों का ही है।

इसलिए सोते समय इन पर ज्यादा प्रेशर नहीं डालना चाहिए। इस पोजीशन में सोने पर जो पेट का एसिड होता है, वह ऊपर की जगह नीचे की ओर ही जाता है, जिससे एसिडिटी और सीने की जलन नहीं होती।

लीवर में फैट जमा नहीं हो पाता। दिल पर जोर कम पड़ता है क्योंकि उस समय दिल तक खून की सप्लाई अच्छी मात्रा मे हो रही होती है।

अब अगर दिल स्वस्थ रहेगा तो खून व आक्सीजन की सप्लाई आसानी से शरीर और दिमाग तक भी पहुंचेगा। बायीं करवट सोने से रक्त का प्रवाह सही रहता है, जो गर्भस्थ शिशु के स्वास्थ के लिए भी अच्छा है।

इसके अलावा गुर्दों को काम करने में भी मदद मिलती है। एड़ी, पैरों और हाथों में सूजन भी आने की आशंका कम रहती हैं।