Breaking News
Home / देश दुनिया / …और कविता सुनाते ही मंच पर निकले प्राण

…और कविता सुनाते ही मंच पर निकले प्राण

body
ऋषिकेश। वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के स्थापना दिवस के अवसर पर उस समय मातम छा गया जब कवि धर्मेश्वर दीक्षित ने अपने दिलों से निकले उदगार केा कवि के रूप में कार्यक्रम के दौरान प्रकट करने के उपरान्त दम तोड दिया।

 

add kamal
ज्ञात रहे कि वरिष्ठ नागरिक कल्याण संगठन के स्थापना दिवस कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कवि धर्मेश्वर दीक्षित द्वारा अपना कविता पाठ किया ही था कि अचानक उनकी छाती मे दर्द हुआ जिन्हे अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्होने रास्ते मे ही दम तोड दिया। धर्मेश्वर दीक्षित भारतीय स्टेट बैंक ऋषिकेश से सेवानिवृत्त हुए थे जो कि अपने सेवाकाल से ही कविता पाठ करने मे रूचि रखते थे।

Check Also

अकेली महिलाओं के घरों में झांकता था युवक, 50 महिलाओं ने की शिकायत

नादिया. पश्चिम बंगाल के नादिया से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *