जबलपुर। भारत सरकार के निर्देश पर जिला प्रशासन द्वारा विदेशी पटाखों की खरीद बिक्री पर लगाई गई रोक के बाद भी चोरी छिपे चाइनीज पटाखे बेचे जा रहे हैं। यही हालत देश के अन्य जिलों की है। हर राज्य में इस बार भी चाइनीज पटाखे बिक रहे हैं। स्थानीय पुलिस को भी इसकी पूरी जानकारी है मगर दीपावली पर मिठाई वसूली के लालच में पुलिस उन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। ऐसे में मोदी सरकार के इस निर्णय की पालना नामुमकिन है।
कई थोक व्यापारियों ने सरकारी आदेश के पहले ही चायनीज पटाखे मंगा लिया था। आदेश आने के बाद वे बुरी तरह फंस गए हैं। माल खपाने के चक्कर में वे रिटेलरों से मिलकर अंदरूनीगेम खेल रहे हैं।
इधर रिटेलर भी मोटा माल काटने की फिराक में थोक व्यापारियों से सस्ते में माल खरीदकर त्योहारी सीजन की भीड़भाड़ में इसे खपाने के पूरे इंतजामों में लगा है।
जिले में विदेशी पटाखों के क्रय-विक्रय पर प्रतिबंध लगाते हुए जिला दंडाधिकारी कलेक्टर महेश चंद्र चौधरी पहले ही आदेश जारी कर चुके हैं।
चाइनीज पटाखों के बारे में जानकारों का कहना है कि इनमें जहरीले रासायनिक तत्वों की अधिक मात्रा से पर्यावरण एवं स्वास्थ्य दोनों पर ही विपरीत असर पड़ता है।
चीनी पटाखों को देखना, छूना इस्तेमाल करना यह सब खतरनाक तक हो सकता है। इनकी पैकिंग के साथ साथ साइज के मायाजाल में फंस कर ग्राहक कई बार भूल कर बैठता है जो खतरनाक साबित होती है।
बताया जा रहा है कि इसके लिए पटाखा व्यापारियों ने जिला प्रशासन से सांठगांठ कर ली है। जिसके बाद चोरी छिपे ढंग से यह माल सप्लाई होना शुरु हो चुका है। हालांकि प्रशासन में बैठे जिम्मेदार इसकी पुष्टि नहीं करते लेकिन सूत्रों का दावा है कि यह धंधा शुरु हो गया है जिसका प्रमाण दीपावली तक देखने मिल जाएगा।