जोधपुर। अजमेर, नागौर, जोधपुर सहित राजस्थान के कई जिलों के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों अफवाहों ने लोगों की नींद उड़ा रखी है। लोगों में अपने घर के बाहर मेहंदी व सिंदूर के हाथ की छाप बनाने की होड़ मची हुई है। आप भी सोच रहे होंगे कि माजरा क्या है?
चलिए, हम आपको बताते हैं कि क्या है अफवाह और क्यों हैं लोग खौफजदा।
दरअसल इन दिनों अलग-अलग गांवों से खबर आ रही है कि रात में कोई शख्स घरों में सो रही महिलाओं के बाल काटकर चला जाता है। सुबह महिला के पास ही उसकी चोटी कटी हुई मिलती है और पेट-हाथ पर सिंदूर से त्रिशूल की आकृति बनी मिलती है।
अब तक कई महिलाएं अपने साथ हुई इन घटनाओं की मीडिया में पुष्टि कर चुकी हैं।
मगर वे कितना सच बोल रही हैं, इसका कोई प्रमाण नहीं है। जाहिर है विज्ञान के इस युग में लोगों का यह अंधविश्वास चौंकाने वाला है।
यह भी हो सकता है कि बहती गंगा में हाथ धोने के लिए कुछ महिलाएं जान बूझकर ये अफवाहें फैला रही हों, जैसे कि ब्यावर के राजकीय अमृतकौर अस्पताल में एक महिला ने कबूल भी किया कि वह घर के कामकाज से बचने के लिए ऐसा नाटक कर रही थी।
ताकि घर में न आ सके बला
अफवाहों से घबराकर गांव के बुजुर्गों ने इसे अनहोनी का संकेत मानते हुए घरों के बाहर सिंदूर व मेहंदी का हाथ छापने की सलाह दी। बस फिर क्या था, देखते ही देखते हर तरफ घरों के बाहर मेहंदी व सिंदूर के हाथ की छाप लगाने का सिलसिला शुरू हो गया। रही-सही कसर सोशल मीडिया ने पूरी कर दी। इसके जरिए यह खबर दूरदराज तक फैल चुकी है।