मुंबई। एक वोट से सरकार बनते और गिरते तो आपने देखा-सुना होगा लेकिन मुंबई में एक वोट ने हीरजी भाई की दुनिया ही उजाड़ दी। हीरजी को पता नहीं था कि उसका वोट उसकी दो मासूम बेटियों और पत्नी की जान से ज्यादा कीमती होगा।
नई मुंबई में रहने वाले हीरजी पत्नी की इच्छा के विरुद्ध मतदान करने गए। इससे नाराज उनकी पत्नी ने दो मासूम बेटियों को फांसी के फंदे पर लटका दिया और खुद ने भी आत्महत्या कर ली। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
नई मुंबई के कोपरखैरणे सेक्टर 19 में स्थित हरिप्रिया इमारत में हीरजी बाबीया अपनी पत्नी जागृति व 2 बच्चियों के सहित रहते थे। हीरजी मूल रुप से गुजरात के हैं और गुजरात में मतदान के लिए उन्हें जाना था। हीरजी ने पत्नी जागृति से बात की तो जागृति ने उन्हें गुजरात जाने के लिए मना कर दिया।
इसके बावजूद हीरजी मतदान के लिए गुजरात चले गए। इस बात से जागृति इतनी नाराज हो गई। उसने अपने भाई दया गोठी को फोन करके कहा कि वह अपनी बेटियों को मारकर आत्महत्या करने जा रही है। भाई कुछ करता इससे पहले ही जागृति ने अपनी बेटियों घृविया (5) व वंशिका (2) को फांसी पर लटका दिया। बाद में खुद भी फंदे पर लटक गई।
जागृति का भाई दौड़कर अपनी बहन को बचाने के लिए कोपरखैरणे स्थित उसके निवास पर पहुंचा, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इस घटना की जांच स्थानीय पुलिस कर रही है। फिलहाल इस घटना को लेकर क्षेत्र में जोरदार चर्चा हो रही है।