नई दिल्ली। जाट आंदोलन के चलते दिल्ली में जगह-जगह बैरिकेटिंग लगाकर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करते हुए दिल्ली के बॉर्डर समेत लुटियन जॉन में आने वाले सभी रास्तों पर बैरिकेटिंग लगाकर दिल्ली को अभेद किले में तब्दील कर दिया है।
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति ने दिल्ली कूच की तारीख नजदीक आने के साथ ही केंद्र सरकार पर दबाव बनाना शुरू कर दिया है।
जाटों ने हरियाणा सरकार से भविष्य में कोई वार्ता नहीं करने का एलान किया है। अब केंद्र सरकार के दखल पर ही कोई बात करने की बात कही है। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने जाटों का अपमान किया है।
उल्लेखनीय है कि जाट आंदोलन को देखते हुए आज रविवार से पूरी दिल्ली में धारा-144 लगा दी गई है।
रेलवे पुलिस व मेट्रो पुलिस को भी सतर्क रहने को कहा गया है। अगर जरूरत होगी तो मेट्रो रेल की सेवा बंद भी कर दी जाएगी। 20 मार्च को दिल्ली के लोगों को सीमा पार कर अन्य राज्यों में जाने की अनुमति भी नहीं होगी।
बाहरी राज्यों से दिल्ली में केवल उन्हीं को आने दिया जाएगा जिन्हें अस्पताल पहुंचना जरूरी होगा। पुलिस ने सीबीएसई व यूपीएससी के छात्रों से समय से पहले परीक्षा सेंटर के लिए निकलने का निर्देश दिया है ताकि जाम में न फंसे।
उल्लेखनीय है कि आरक्षण के मसले पर जाट समुदाय के लोगों द्वारा आगामी 20 मार्च को दिल्ली कूचकर अनिश्चितकाल के लिए संसद घेरने की धमकी के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने कानून व्यवस्था न बिगड़ने देने के लिए कमर कस ली है।
पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक पहले ही आला अधिकारियों व थानाध्यक्षों की बैठक लेकर कानून व्यवस्था चाक चौबंद रखने के सख्त निर्देश दे चुके हैं।