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कई मोर्चों पर अकेला लड़ रहा है एक नामदेव बंधु

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नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। देश की एकता-अखंडता को खतरा, भ्रष्टाचार, पुलिसिया दादागिरी, अवैध बूचडख़ाने, ट्रक ट्रांसपोर्ट से जुड़े मजदूरों की पीड़ा समेत कई ज्वलंत मुद्दों पर अकेला लड़ रहा है हमारा एक नामदेवबंधु।

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जी हां, करीब छह महीने पहले अजमेर में मालगाड़ी के आगे तिरंगा लगाकर देशभर में चर्चित हुआ नामदेव छीपा समाज का युवक अजमेर निवासी योगेन्द्र अजमेरा उर्फ फौजी जी-जान से अपनी लड़ाई लड़ रहा है। स्थानीय नगर निगम प्रशासन से लेकर राष्ट्रपति कार्यालय तक उसकी आवाज गूंज रही है। उसकी सोच व प्रोग्राम को सराहा जा रहा है लेकिन विडम्बना यह है इस सोच को मूर्तरूप देने से प्रशासन कतरा रहा है। एक तरफ सरकारें पर्सनल कंसल्टेंसी एजेसिंयों से राय मशविरा करने और कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार कराने में करोड़ों रुपए फूंक रही है तो दूसरी ओर मुफ्त में अनुपम-अनोखा कार्यक्रम पूर्ण रूपरेखा सहित मिलने पर भी उसे अमल में लाने जैसा जज्बा कोई सरकार नहीं दिखा रही है।
24 घंटे का कार्यक्रम : राष्ट्रीय शिक्षा क्रान्ति अभियान

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योगेन्द्र अजमेरा ने देशभक्ति व शिक्षा से ओत-प्रोत 24 घंटे का एक कार्यक्रम की रूपरेखा गढ़ी है जिसे राष्ट्रीय शिक्षा क्रान्ति अभियान नाम दिया है। योगेन्द्र का मानना है कि अजमेर की तारागढ़ पहाड़ी पर सम्राट पृथ्वीराज स्मारक है जहां पृथ्वीराज की आदमकद प्रतिमा के सामने अखंड भारत का नक्शा बना हुआ है। वर्तमान में यह नक्शा जगह-जगह से क्षतिग्रस्त हो चुका है। यह संकेत है कि आज देश को आतंकवाद, भ्रष्टाचार, जातिवाद, अशिक्षा, बेरोजगार आदि समस्याओं ने जकड़ रखा है। नक्शे की जगह-जगह से टूटी दीवार इन समस्याओं की ओर इंगित कर रही है। अब वक्त आ गया है कि देशभर की जनता को इन समस्याओं के खिलाफ एकजुट होना होगा। इसके लिए राष्ट्रीय शिक्षा क्रान्ति अभियान तैयार किया गया है।
देशभर में हों कार्यक्रम, अजमेर करे लीड
योगेन्द्र का मानना है कि सम्राट पृथ्वीराज चौहान भारत के अंतिम हिन्दू सम्राट थे। अजमेर उनकी राजधानी रही है। इसलिए अजमेर के पृथ्वीराज चौहान स्मारक से इस कार्यक्रम का आगाज किया जाए और उसी समय-उसी दिन देशभर में एक जैसे कार्यक्रम हों। उन कार्यक्रमों का निर्देशन अजमेर से हो।
यह है कार्यक्रम की रूपरेखा
योगेन्द्र का सुझाव है कि संपूर्ण भारतवर्ष में यह 24 घंटे का कार्यक्रम आयोजित करने के लिए एक दिन तय कर लिया जाए। इस दिन अजमेर में पृथ्वीराज चौहान स्मारक व उसकी तलहटी में बने चंदवरदायी स्टेडियम में खेल, सांस्कृतिक कार्यक्रम, देशभक्ति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम, सेवा, श्रमदान, मतदाता जागरुकता, सुरक्षित यातायात, पार्किंग, पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम आदि आयोजन लगातार 24 घंटे तक चलें। रेडियो व अन्य संचार माध्यम से देशभर में देशभक्तिपूर्ण संदेशों का प्रसारण किया जाए। अजमेर के मार्गदर्शन में देश के हर शहर में एकसाथ ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। इन कार्यक्रमों में एनसीसी, विद्यार्थियों, खिलाडिय़ों, कलाकारों, श्रमिकों आदि सभी वर्गों का सहयोग लिया जाए। आयोजन का संपूर्ण खर्च केन्द्र सरकार वहन करे। देशभर में एक ही दिन एक जैसे आयोजन होने से राष्ट्रपे्रम का ऐसा ज्वार उमड़ेगा कि पूरा विश्व भारत राष्ट्र की एकता देख दंग रह जाएगा। इस आयोजन से लाखों लोगों को रोजगार भी मिलेगा। योगेन्द्र ने 24 घंटे के इस कार्यक्रम के तहत मिनट-टू-मिनट होने वाले विविध कार्यक्रमों का खाका भी तैयार कर रखा है। इसके लिए देशभक्तिपूर्ण संदेश, कविता, भाषण आदि भी लिख रखे हैं।
मिलकर सुधारेंगे भारत की तकदीर
कार्यक्रम के तहत विद्यार्थी, एनसीसी कैडेट्स, सेना, आरपीएफ, होमगार्ड, आरएसी, जेल प्रहरी, बीएसएफ आदि के जवान सामूहिक परेड कर अपनी शक्ति व एकता का प्रदर्शन करेंगे। इसी के साथ सभी मिलकर अखंड भारत के क्षतिग्रस्त नक्शे की मरम्मत कर सांकेतिक रूप से संदेश देंगे कि इस देश की समस्याओं को हम मिलकर हल कर सकते हैं।
सरकार को भेजा प्रस्ताव
योगेन्द्र पिछले काफी समय से अपने दिमाग में चल रहे इस कार्यक्रम को मूर्त रूप देने के प्रयास में जुटा है। इसके लिए सबसे पहले उसने अजमेर के तत्कालीन जिला कलक्टर भवानी सिंह देथा को यह प्रस्ताव सौंपा। इसके बाद स्वीप के तहत तत्कालीन जिला कलक्टर वैभव गालरिया को प्रस्ताव सौंपा। उन्होंने इस प्रस्ताव की सराहना करते हुए अपने मातहत सहायक जिला कलक्टर सी.आर.मीणा को भेजा लेकिन उन्होंने इस पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की। इस पर योगेन्द्र ने राष्ट्रपति को अपना प्रस्ताव भेजा। राष्ट्रपति सचिवालय ने इसे राजस्थान के मुख्य सचिव को भेज दिया। अब योगेन्द्र मुख्य सचिव कार्यालय से आरटीआई के जरिए इस प्रस्ताव पर हुई कवायद की जानकारी मांगने में जुटे हैं। योगेन्द्र का मानना है कि पूरे देश में एकसाथ एक ही दिन 24 घंटे का यह कार्यक्रम आयोजित किया जाए तो यह अपने आप में अनोखा कार्यक्रम होगा जो देशवासियों को जागृत करेगा।
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लाखों लोगों की लड़ाई अकेला लड़ रहा हमारा नामदेव बंधु!

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