नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। बड़ी तीज यानी कजली तीज-सातूड़ी तीज पर इस बार अजमेर सहित कई जगह चांद नजर नहीं आया। इस पर दिनभर से उपवास कर रही महिलाएं व्रत नहीं खोल सकीं। उन्होंने सोमवार को सूरज को अघ्र्य देकर व्रत खोला। करीब दस साल बाद यह स्थिति बनी।
महिलाओं ने रविवार को तीज का व्रत रखा। शाम को अजमेर सहित कई जगह दिनभर भादो में सावन जैसी झड़ी लगी रही। रिमझिम फुहार बरसती रही। रात्रि में महिलाओं ने पूजा अर्चना की…कहानी सुनी…और फिर चांद को अघ्र्य देने छत पर चढ़ीं तो निराशा हाथ लगी। बादल-बारिश के कारण चांद नजर नहीं आया। हालांकि नागौर, डूंगरपुर आदि इलाकों में देर रात्रि कुछ देर के लिए बादल छंटे तो चांद दिखा लेकिन तब तक महिलाएं बिना व्रत खोले ही सो चुकी थीं। सोमवार को भी मौसम का मिजाज ऐसा ही है। इस बीच महिलाओं ने बादलों के पीछे छिपे सूरज को अघ्र्य देकर व्रत खोला।