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संत शिरोमणि नामदेव की 747वीं जयंती धूमधाम से मनाई

 

नामदेव न्यूज डॉट कॉम
अजमेर। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में संत शिरोमणि नामदेव छिम्बा समाज सभा की ओर से रविवार को पार्वती विहार स्थित संत नामदेव मंदिर में 23वां वार्षिक महोत्सव धूमधाम से आयोजित किया गया।

संत नामदेव की 747वीं जयंती पर हरियाणा सरकार के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अंडर सेके्रटरी संजीव कुमार वर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्ज्वलित करके कार्यक्रम का शुभारंभ किया। गांव मंडौली यमुनानगर के समाजसेवी नवीन कुमार ने समारोह की अध्यक्षता की।


इस मौके पर सुबह हवन, ध्वजारोहण व भक्ति प्रवचन किया गया। इसमें स्वामी राजनारायण पुरी व प्रेमचंद पांडेय ने संत नामदेव के जीवन पर प्रकाश डाला गया। मुख्य अतिथि ने सभा की स्मारिका का विमोचन किया और 15 होनहार विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया।

अपने संबोधन में मुख्य अतिथि वर्मा ने कहा कि संत नामदेव ने अपनी भक्तिगाथा में जहां-जहां बीठल, विट्ठल, श्रीरंगा, श्रीराम व हरि आदि नाम लिए हैं, वे सब उसी एक परमपिता परमेश्वर की ओर संकेत करते हैं।

उन्होंने संत नामदेव के जीवन का एक वृत्तांत सुनाते हुए कहा कि परमेश्वर का अंतर में साक्षात्कार करने के बाद संत नामदेव ने एक पेड़ के नीचे बैठकर अपने खाने के लिए चपातियां निकाली। चपातियों को एक तरफ रखकर उन्हें चुपडऩे के लिए छोटे बर्तन से घी निकालने लगे। उसी समय एक कुत्ता आया और सभी चपातियां मुह में लेकर भागने लगा। घी के पात्र को हाथ में लेकर नामदेव पीछे दौड़ते हुए बोले कि रूखी रोटियां मत खाओ, मुझे उन्हें चुपडऩे दो। इस घटनाक्रम का निष्कर्ष यह है कि आध्यात्मिकता की अवस्था से ऊपर उठना ही परमात्मा का अनुभव प्रदान करता है और परमात्मा का अनुभव इतना पूर्ण होने लगता है कि परमेश्वर स्वयं ही साक्षात्कार होने लगते हैं।

वर्मा ने लोगों से आग्रह किया कि हमें संत नामदेव के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए और सभी प्राणियों को एक समान समझकर आदर करना चाहिए।
चंदर मोली गोर ने बताया कि कार्यक्रम में सभी अतिथियों व सहयोगियों को सम्मानित किया गया। संत नामदेव की आरती के बाद विट्ठल भगवान को 56 भोग अर्पित किया गया। दोपहर में विशाल भंडारे में सभी लोगों ने सेवा करते हुए भोजन ग्रहण किया। मंच का संचालन मास्टर विमल कुमार ने किया।

 

इस मौके पर संरक्षक ओमप्रकाश खुरपा ठोल, चेयरमैन पृथपाल नीरज, प्रधान जयभगवान चीका, महासचिव पूर्णचंद, मैनेजर अशोक कुमार, कैशियर मोहित, जोगा सिंह टाली अंबाला शहर, जरनैल सिंह, कृष्ण लाल, प्रवीण कुमार, कश्मीरी लाल एवं प्रेम सिंह आदि मौजूद रहे।

 

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