नई दिल्ली। किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान भड़की हिंसा के बाद दिल्ली में सुरक्षा व्यवस्था बेहद सख्त कर दी गई। हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। साथ ही 22 एफआईआर दर्ज की गई हैं। किसानों ने इस हिंसा के लिए दीप सिद्धू पर शक जताया है।
किसान मजदूर संघर्ष समिति के एसएस पंधेर ने कहा कि कुछ बदमाश किसानों के आंदोलन को बदनाम करने के विरोध में शामिल हुए। हमने लाल किले पर झंडे फहराने की योजना नहीं बनाई थी, यह हमारा कार्यक्रम नहीं था’ पीएम के साथ दीप सिद्धू की फोटो है, हमने पहले ही उस पर संदेह जाहिर किया था।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में अभी तक 22 प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं।
उधर, राकेश टिकैत का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि दीप सिद्धू सिख नहीं है, वह भाजपा कार्यकर्ता है। पीएम के साथ भी उसका फोटो है। यह किसानों का आंदोलन है और उनका ही रहेगा।
वर्तमान में दिल्ली में अर्धसैनिक बलों की 15 कंपनियां तैनात हैं। सिंघू बॉर्डर समेत उन सभी स्थानों पर सुरक्षा सख्त है जहां कल भड़की थी हिंसा। देर रात किले से प्रदर्शनकारियों को हटाया गया।
बसपा ने साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती ने इस हिंसा की निंदा करते हुए ट्वीट में कहा, ‘ बसपा की केन्द्र सरकार से पुनः यह अपील है कि वह तीनों कृषि कानूनों को अविलम्ब वापस लेकर किसानों के लम्बे अरसे से चल रहे आन्दोलन को खत्म करे ताकि आगे फिर से ऐसी कोई अनहोनी घटना कहीं भी न हो सके।